लखनऊ, 23 नवंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में रविवार को भव्य ‘दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव’ का शुभारंभ सीएम योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने विधिवत पूजा-अर्चना के साथ किया। इस दौरान उन्होंने श्रीमद्भागवत गीता ग्रंथ की आरती कर आस्था व्यक्त की।
सीएम योगी ने संबोधन में कहा कि गीता के 18 अध्याय और 700 श्लोक सनातन धर्मावलंबियों के लिए जीवन का सार हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने विश्व को ‘जीयो और जीने दो’ का संदेश दिया है। वसुधैव कुटुंबकम् की भावना इसी मिट्टी से उपजी है। योगी ने निष्काम कर्म, धर्म के अर्थ और कर्मफल की अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गीता मानवता, संतुलन और कर्तव्य का मार्ग दिखाती है। उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस की शक्ति निस्वार्थ भाव से जुड़े लोगों से आती है न कि किसी बाहरी फंडिंग से।

नागरिक स्मार्ट सिटीजन तब सफल होगा स्मार्ट सिटी : संत ज्ञानानंद
उत्सव की आयोजन संस्था ‘जीओ गीता परिवार’ के संत ज्ञानानंद ने कहा कि डिजिटल युग में गीता डिस्ट्रक्टिव नहीं बल्कि इंस्ट्रक्टिव है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी तभी सफल होगा जब नागरिक स्मार्ट सिटीजन बनेंगे। इसके लिए गीता का ज्ञान आवश्यक है। उन्होंने छात्रों के पाठ्यक्रम में गीता के संस्कार जोड़ने की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने भी मोक्षदा एकादशी के दिन अर्जुन को ज्ञान प्रदान किया था, इसलिए आज की परिस्थितियों में गीता का संदेश और भी महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग, संत और श्रद्धालु उपस्थित रहे।






