मनोरंंजन डेस्क, 24 नवंबर 2025 :
एक लड़का जो बचपन में दोस्तों के लिए छुप-छुपकर लव लेटर लिखा करता था, जिसे पूरा मोहल्ला “लव लेटर मास्टर” कहकर चिढ़ाता था, वही लड़का आगे चलकर ऐसी कहानियाँ लिखेगा जो अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार बना देंगी…बात हो रही है सलमान खान के पिता, सलीम खान की। उनकी कलम ने न सिर्फ प्यार के ख़त लिखे, बल्कि बॉलीवुड का इतिहास भी लिख डाला।
फिल्मी दुनिया में कुछ हस्तियां फिल्मों से नहीं, बल्कि अपने दिलचस्प किस्सों से भी लोगों के बीच अमर हो जाते हैं। सलीम खान ऐसा ही एक नाम है। उनके लिखे डायलॉग, दमदार कहानियां और उनकी जिंदगी के किस्से आज भी उतने ही मशहूर हैं। 24 नवंबर को सलीम खान अपना 90वां जन्मदिन मना रहे हैं और इस मौके पर लोग फिर से उनकी शानदार यात्रा को याद कर रहे हैं।
बचपन से ही लेखन में कमाल, दोस्तों के लिए लिखते थे लव लेटर
सलीम खान का जन्म 24 नवंबर 1935 को इंदौर में हुआ था। उनकी जिंदगी बचपन से ही संघर्षों से भरी रही। सिर्फ चार साल के थे जब उनकी मां का निधन हो गया और 14 साल की उम्र में पिता भी दुनिया छोड़ गए। बड़े भाई ने उनकी परवरिश की।
कहते हैं कि इंदौर में उनके दोस्त लव लेटर लिखवाने के लिए लाइन लगाकर खड़े रहते थे। सलीम के लिखे शब्द इतने भावुक होते थे कि हर लड़की तुरंत मान जाती थी। यही लेखन कला आगे चलकर फिल्मों की कहानियों में बदल गई।

फिल्मों में एक्टिंग की शुरुआत, लेकिन असली पहचान बनी ‘राइटर सलीम’
सलीम खान ने 1960 में फिल्म Baarat से एक्टिंग की शुरुआत की। कई फिल्मों में छोटे रोल किए, लेकिन उन्हें जल्द ही समझ आया कि एक्टिंग नहीं, बल्कि लिखना उनकी असली ताकत है। इसी दौरान उनकी मुलाकात जावेद अख्तर से हुई और दोनों ने फिल्म इंडस्ट्री की सबसे सफल राइटर जोड़ी बना डाली।
सलीम जावेद की जोड़ी ने बनाया अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार
सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी ने हिंदी सिनेमा को कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं। इन फिल्मों ने अमिताभ बच्चन को ‘एंग्री यंग मैन’ बनाने में बड़ी भूमिका निभाई।
कुछ सबसे पावरफुल फिल्में जिनकी कहानी सलीम जावेद ने लिखी और जिनमें अमिताभ बच्चन लीड थे दीवार, शोले, त्रिशूल, जंजीर, काला पत्थर।
दीवार ने अमिताभ बच्चन को एक अलग पहचान दिलाई,शोले आज भी भारत की सबसे आइकॉनिक फिल्म मानी जाती है।जंजीर ने उनके करियर की दिशा ही बदल दी। काला पत्थर और त्रिशूल ने उनकी स्टारडम को और मजबूत किया।
एक्टर्स से भी ज्यादा लेते थे फीस
सलीम जावेद की कहानियां इतनी दमदार थीं कि एक समय ऐसा आया जब उनकी फीस कई बड़े एक्टर्स से भी ज्यादा हो गई। उनके लिखे किरदार, संवाद और ट्विस्ट आज भी फिल्म इंडस्ट्री के लिए लेजेंडरी उदाहरण हैं।
सुनहरे अक्षरों में दर्ज है उनका नाम
सलीम खान को अपने करियर में कई पुरस्कार मिले और उनकी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बनाए। वे आज भी नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं और उन्हें भारतीय सिनेमा के सबसे प्रभावशाली लेखकों में गिना जाता है।






