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धर्मेंद्र को क्यों नहीं मिला राजकीय सम्मान? उनके निधन पर फैंस ने उठाए ये सवाल…

यह मामला सिर्फ धर्मेंद्र के निधन का नहीं, बल्कि उस रहस्यमयी चुप्पी और जल्दबाज़ी का है। इसीलिए फैंस को सोचने पर मजबूर कर दियान अंतिम दर्शन हुए, न स्पष्ट राजकीय सम्मान, और न ही परिवार की ओर से कोई साफ बयान आया।

मनोरंजन डेस्क, 25 नवंबर 2025 :

दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन की खबर ने सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, पूरे देश को हिला दिया। लेकिन इससे भी ज्यादा इस बात ने चौंकाया, जिस तेजी और चुप्पी के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। न अंतिम दर्शन, न आधिकारिक बयान, न राजकीय सम्मान की जानकारी… और यही वजह है कि फैंस के दिलों में कई सवाल उठने लगे हैं।

धर्मेंद्र की चुपचाप विदाई: आखिर ऐसा क्यों हुआ?

24 नवंबर को मुंबई में धर्मेंद्र का निधन हुआ। लेकिन इस खबर की पुष्टि देर से हुई और अंतिम संस्कार बेहद जल्दी। पहले बंगले के बाहर एम्बुलेंस दिखी, फिर सिक्योरिटी बढ़ाई गई, बैरिकेडिंग हुई… और अचानक से खबर आई उनका अंतिम संस्कार हो चुका है। फैंस सकते में थे-“इतनी जल्दी क्यों?”

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अंतिम दर्शन क्यों नहीं करवाए गए?

पद्म भूषण से सम्मानित धर्मेंद्र देश के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक थे। लेकिन उनकी पार्थिव देह सार्वजनिक दर्शन के लिए नहीं रखी गई।
कई फैंस ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई-“हम आखिरी बार उन्हें देख भी नहीं पाए।”

क्यों नहीं आया कोई आधिकारिक बयान?

10 नवंबर को धर्मेंद्र ब्रिच कैंडी अस्पताल में भर्ती हुए थे। बेटियों को विदेश से तुरंत बुलाया गया था। दो दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। निधन के दिन भी परिवार की ओर से कोई immediate स्टेटमेंट नहीं आया, जिससे उलझन और बढ़ गई।

धर्मेंद्र को क्यों नहीं मिला राजकीय सम्मान?

धर्मेंद्र सिर्फ बॉलीवुड के हीरो नहीं थे, वह बीकानेर से 2004 से 2009 तक सांसद रहे और 2012 में देश के तीसरे सबसे बड़े सम्मान पद्म भूषण से नवाज़े गए। ऐसे सम्मानित लोगों को आमतौर पर राजकीय सम्मान (State Honour) के साथ अंतिम विदाई दी जाती है। लेकिन धर्मेंद्र के मामले में यह तस्वीर अब तक साफ नहीं है। श्मशान घाट के अंदर मीडिया को जाने नहीं दिया गया, और बाहर मौजूद रिपोर्टर्स ने भी Guard of Honour की आवाज नहीं सुनी। यही वजह है कि फैंस लगातार पूछ रहे हैं-क्या उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया या नहीं?

दिलचस्प बात ये है कि श्रीदेवी, जिन्हें पद्मश्री मिला था, उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ हुआ था।

फैंस की नाराजगी किस बात पर?

श्मशान घाट के बाहर जमा हुए कई फैंस रोते और नाराज दिखे। कहने लगे कि, “हम उनके आखिरी दर्शन भी नहीं कर पाए और परिवार को इतना secrecy क्यों रखनी पड़ी?”

पहले उड़ी थी मौत की झूठी खबर

11 नवंबर को भी धर्मेंद्र की झूठी मृत्यु की अफवाह फैली थी। तब परिवार ने इसे “अपमानजनक” बताया था। शायद इसी वजह से इस बार खबर की पुष्टि में सभी झिझक रहे थे।

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