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26 की उम्र में राजनीति में एंट्री, 45 में भाजपा की कमान… जानें कौन हैं कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नबीन

बिहार सरकार में मंत्री हैं लगातार चार बार के विधायक नितिन, एबीवीपी से छात्र राजनीति में सक्रिय हुए, जवानी में पिता को खोया, कभी नहीं हारा चुनाव, बिहार भाजपा के कद्दावर नेता रहे पिता नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा

पटना/नई दिल्ली, 15 दिसंबर 2025:

भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर अपने चौंकाने वाले फैसले से राजनीतिक हलकों में हलचल तेज कर दी है। बिहार सरकार में मंत्री और बांकीपुर से लगातार चार बार के विधायक नितिन नबीन को पार्टी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। माना जा रहा है कि मकर संक्रांति के बाद उन्हें औपचारिक रूप से भाजपा का पूर्णकालिक राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जा सकता है। तब तक संगठन की कमान पूरी तरह नितिन नबीन के हाथों में रहेगी।

नितिन नबीन की नियुक्ति को भाजपा में पीढ़ीगत बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अपेक्षाकृत युवा, संगठनात्मक अनुभव से लैस और गैर-विवादित छवि वाले नेता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी देकर भाजपा नेतृत्व ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि पार्टी अब भविष्य की राजनीति के लिए तैयार हो रही है।

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बिहार की नीतीश सरकार में वर्तमान में पथ निर्माण तथा नगर विकास एवं आवास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे नितिन नबीन बिहार भाजपा का एक मजबूत और विश्वसनीय चेहरा माने जाते हैं। वह पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से लगातार चार बार जीत दर्ज कर चुके हैं। इससे पहले वह पटना पश्चिम से भी विधायक रह चुके हैं। खास बात यह है कि राजनीति में कदम रखने के बाद उन्होंने आज तक कोई विधानसभा चुनाव नहीं हारा है।

नितिन नबीन को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा बिहार भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार थे। वे जेपी आंदोलन से निकली पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते थे। वर्ष 2005 में 55 साल की उम्र में हार्ट अटैक से पिता के आकस्मिक निधन के समय नितिन मात्र 26 वर्ष के थे। गहरे व्यक्तिगत आघात के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पिता की अधूरी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

वर्ष 2006 में पिता के निधन से खाली हुई पटना पश्चिम विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में नितिन नबीन ने भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की और पहली बार विधानसभा पहुंचे। 2008 के परिसीमन के बाद यह सीट बांकीपुर कहलाने लगी। 2010 से 2025 तक हुए सभी विधानसभा चुनावों में नितिन ने बांकीपुर से लगातार जीत हासिल की। हालिया विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजद की प्रत्याशी रेखा कुमारी को करीब 51 हजार मतों के भारी अंतर से हराया।

संगठन के स्तर पर भी नितिन नबीन का रिकॉर्ड बेहद मजबूत रहा है। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। इसके बाद वे भाजयुमो के बिहार अध्यक्ष बने। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर जब भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तब नितिन नबीन राष्ट्रीय महासचिव की भूमिका में रहे।

इसके बाद उन्हें ओम माथुर के साथ छत्तीसगढ़ का सह-प्रभारी बनाया गया, जहां उनकी रणनीतिक भूमिका के चलते भाजपा ने 2023 का विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद लोकसभा चुनाव में उन्हें छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया।

साफ-सुथरी छवि, मजबूत संगठनात्मक पकड़ और चुनावी प्रबंधन में सफलता जैसी वजहों से नितिन नबीन को भाजपा का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने एक बड़ा और दूरगामी राजनीतिक संदेश दिया है।

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