लखनऊ, 20 दिसंबर 2025:
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में आगामी 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ आगमन तथा नवनिर्मित ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ के लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों की गहन समीक्षा की। यह कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। इसे मुख्यमंत्री ने लखनऊ और प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए राष्ट्रीय चेतना, सांस्कृतिक विरासत और गौरव का प्रतीक बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अटल जी की जयंती पर लखनऊ को समर्पित किया जा रहा ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का केंद्र बनेगा। उन्होंने विशेष रूप से इस स्थल पर स्थापित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की भव्य प्रतिमाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि ये महान राष्ट्रपुरुष राष्ट्रीय एकता, एकात्म मानववाद और आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को जनमानस तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा, यातायात, प्रोटोकॉल, अतिथि सत्कार और भीड़ प्रबंधन की सभी व्यवस्थाएं सर्वोच्च मानकों के अनुरूप सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। कार्यक्रम में प्रदेश भर से दो लाख से अधिक लोगों के आने की संभावना को देखते हुए परिवहन व्यवस्था, पार्किंग ले-आउट, बस रूट प्लान, नियंत्रण कक्ष और चिकित्सा इकाइयों की विशेष समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक बस, पार्किंग ब्लॉक और प्रवेश द्वार के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती के निर्देश भी दिए।
उन्होंने पुलिस और प्रशासन को वीवीआईपी रूट, हेलीपैड, कार्यक्रम स्थल और जनसभा क्षेत्र में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए। साथ ही यातायात डायवर्जन, पार्किंग और पैदल मार्गों के लिए स्पष्ट और प्रभावी साइनेज लगाने पर जोर दिया। मीडिया प्रबंधन, स्वागत व्यवस्था, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और प्रोटोकॉल से जुड़े सभी घटकों में आपसी समन्वय और समयबद्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने राष्ट्र प्रेरणा स्थल की फाइनल टचिंग, लैंडस्केपिंग, उद्यान, संग्रहालय परिसर, एम्फीथिएटर और संपर्क मार्गों के सुंदरीकरण कार्यों को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह स्थल न केवल एक स्मारक होगा, बल्कि विचार, प्रेरणा और राष्ट्रनिर्माण की भावना को सशक्त करने वाला जीवंत केंद्र बनेगा।
करीब 230 करोड़ रुपये की लागत से 65 एकड़ क्षेत्र में विकसित ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ आधुनिक सुविधाओं, भव्य वास्तुकला और सुव्यवस्थित ले-आउट के साथ लखनऊ को एक नई पहचान देने जा रहा है।






