Uttar Pradesh

पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे ‘पवन’ ने रेलवे ज़मीन अधिग्रहण के खिलाफ पीड़ितों का समर्थन किया, कहा- “न्याय की लड़ाई में हम हर कदम पर साथ हैं”

अयोध्या, 16 अक्टूबर 2024:


अयोध्या के कनीगंज क्षेत्र में रेलवे प्लेटफार्म के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण के नाम पर स्थानीय निवासियों की ज़मीन और मकानों का जबरन अधिग्रहण करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। रेलवे द्वारा की जा रही इस कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय जनता ने आवाज़ उठाई है। इस अन्यायपूर्ण कदम के विरोध में पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री तेज नारायण पांडे ‘पवन’ पीड़ितों से मिलने मौके पर पहुंचे और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का आश्वासन दिया।

पूर्व मंत्री ने जताई कड़ी नाराज़गी: “रेलवे के पास पर्याप्त ज़मीन, फिर भी स्थानीय निवासियों को उजाड़ा जा रहा है”

श्री पांडे ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात के दौरान रेलवे के इस कदम की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि रेलवे के पास पहले से ही पर्याप्त जमीन उपलब्ध है, बावजूद इसके स्थानीय लोगों की ज़मीनों और मकानों को जबरन अधिग्रहण करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह अधिग्रहण केवल एक बड़े गुजराती होटल को प्रमुख स्थान पर लाने के उद्देश्य से किया जा रहा है, जिसके कारण सैकड़ों परिवारों को उजाड़ने का प्रयास हो रहा है। श्री पांडे ने इस घटना को “पूरी तरह से अन्यायपूर्ण” करार देते हुए इसे अयोध्या की गरीब जनता के साथ अत्याचार बताया।

समाजवादी पार्टी पीड़ितों के साथ- “हम हर संघर्ष में आपके साथ हैं”

पूर्व मंत्री ने पीड़ितों को आश्वासन देते हुए कहा, “समाजवादी पार्टी इस अन्याय के खिलाफ पूरी तरह से आपके साथ खड़ी है। हम हर मंच पर इस मुद्दे को उठाएंगे और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव को भी इस मामले की पूरी जानकारी दी जाएगी। हम न्याय की इस लड़ाई में हर कदम पर आपके साथ रहेंगे।”

ज़मीन अधिग्रहण का मुद्दा अयोध्या में बढ़ा रहा तनाव

कनीगंज क्षेत्र में रेलवे प्लेटफार्म विस्तार के नाम पर हो रही ज़मीन अधिग्रहण की यह घटना अयोध्या में गंभीर स्थिति पैदा कर रही है। पीड़ितों का आरोप है कि इस कार्रवाई के पीछे एक बड़ी साजिश है, जिसके तहत अयोध्या के स्थायी निवासियों को उनके घरों से बेदखल करके एक बड़े गुजराती होटल को प्रमुख स्थान दिया जा रहा है।

पूर्व मंत्री श्री पांडे ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए कहा कि यदि यह कार्रवाई रोकी नहीं गई, तो पूरे क्षेत्र में भारी असंतोष पैदा हो सकता है। “यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपनी जनता के साथ न्याय करे। जबरन अधिग्रहण किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। अयोध्या की जनता ने यहां पीढ़ियों से बसकर अपने घर बनाए हैं, उन्हें इस तरह से उजाड़ना अत्यंत निंदनीय है,” उन्होंने कहा।

समाजवादी पार्टी द्वारा हर संभव समर्थन का आश्वासन

श्री पांडे ने समाजवादी पार्टी के पूर्ण समर्थन की बात कही। उन्होंने कहा, “हम जल्द ही इस मुद्दे को पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व तक पहुंचाएंगे और इसे प्रदेश और देश के अन्य महत्वपूर्ण नेताओं के सामने भी रखेंगे। समाजवादी पार्टी आपकी इस लड़ाई में हर संभव समर्थन देगी।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो वह और उनके साथी नेता इसके खिलाफ सड़कों पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

स्थानीय नेताओं की उपस्थिति ने दिया मजबूत संदेश

इस मौके पर श्री पांडे के साथ कई समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, जिनमें रणजीत दुबे, दीपक यादव, शीत प्रसाद दुबे, विद्यानिवास शास्त्री, सुरेश दत्त पांडेय, सुदामा गुप्ता, श्यामनारायण वर्मा, शत्रुघ्न शरण, अनुज मौर्या, तेजबहादुर दास, अनुराग वर्मा, संजय गोस्वामी, अरविंद मिश्रा, अवधेश दास, नीरज पांडेय, राम सुंदर, दुर्गा प्रसाद, प्रकाश कुमार गुप्ता, आशीष सोनी और अन्य स्थानीय नेता शामिल थे। उनकी उपस्थिति ने पीड़ितों को मनोबल और उम्मीद दी कि उनका संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा।

अधिग्रहण के खिलाफ कानूनी कार्रवाई”

अधिग्रहण के खिलाफ स्थानीय जनता द्वारा कानूनी कदम उठाने की भी बातें हो रही हैं। श्री पांडे ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो समाजवादी पार्टी कानूनी तौर पर भी इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे शांतिपूर्ण तरीके से इस मुद्दे का विरोध करें और कानूनी उपायों का सहारा लें।

समाजवादी पार्टी की ओर से श्री पांडे ने यह स्पष्ट किया कि पार्टी की प्राथमिकता हमेशा से जनता के हितों की रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि अयोध्या के लोगों के साथ इस तरह का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और पार्टी इस लड़ाई को हर स्तर पर लड़ेगी।

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