
संतोष गिरी
मिर्जापुर, 13 दिसम्बर 2024:
उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में एक पिता के साहस और प्रेम की अद्भुत मिसाल सामने आई है, जहां नारायण नाम के व्यक्ति ने अपने बेटे और भतीजे को भेड़िये के चंगुल से बचाने के लिए जानवर से जीवन-मरण की लड़ाई लड़ी। देहात कोतवाली क्षेत्र के अहमलपुर गांव में घटी इस घटना ने स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया है।
15 वर्षीय सिकंदर और 5 वर्षीय आकाश खेत में बेर तोड़ रहे थे, जब अचानक एक भूखा भेड़िया उन पर टूट पड़ा। पास ही गोबर इकट्ठा कर रहे नारायण ने अपने बच्चों की चीखें सुनी और बिना एक पल गंवाए भेड़िये से भिड़ गए।
“पहले तो भेड़िया मेरी तरफ दौड़ा, मैंने उसे भगा दिया, लेकिन फिर वह बच्चों पर झपट पड़ा,” नारायण ने अस्पताल के बिस्तर से बताया।
“मैंने तय कर लिया था कि या तो भेड़िया जाएगा या मैं, लेकिन बच्चों को कुछ नहीं होने दूंगा।”
घंटों चली इस जद्दोजहद में भेड़िया कभी बच्चों को तो कभी नारायण को काटने की कोशिश करता रहा। अंततः नारायण ने न केवल बच्चों को बचा लिया बल्कि भेड़िये को मार भी गिराया। तीनों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
डीएफओ अरविंद राज मिश्रा ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, “सभी घायल खतरे से बाहर हैं और उनका इलाज जारी है।”
यह घटना पिता के प्यार और साहस की एक ऐसी कहानी है, जो दर्शाती है कि अपनों की रक्षा के लिए एक साधारण व्यक्ति भी असाधारण साहस का प्रदर्शन कर सकता है। स्थानीय लोगों ने नारायण की इस बहादुरी की जमकर सराहना की है।