अशरफ अंसारी
इटावा, 25 दिसंबर 2024:
कभी कोई अपनी संतान को खोने का दर्द नहीं बर्दाश्त कर सकता, लेकिन जब उस दर्द को सहते हुए एक मां को न्याय मिलता है, तो दिल को थोड़ी राहत मिलती है। यूपी के इटावा जिले के भरथना थाना क्षेत्र में 12 साल बाद एक मां को आखिरकार वो इंसाफ मिला जिसका वह दिन-रात इंतजार कर रही थी। न्यायालय ने पांच आरोपियों को उनके बेटे की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई और 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया।
यह दुखद घटना 15 सितंबर 2012 की है, जब राधा देवी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके बेटे धर्मेंद्र (उर्फ सीटू) को आरोपियों ने बेरहमी से गोली मारी, जिसके बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। उस वक्त राधा देवी का दिल टूट चुका था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और न्याय की उम्मीद में सालों तक संघर्ष करती रहीं।
पुलिस ने कड़ी मेहनत से मामले की जांच की और कई सबूत जुटाए। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संजय कुमार वर्मा की दिशा-निर्देशन में गवाहों को कोर्ट में पेश किया गया, और आखिरकार, सबूतों के आधार पर आरोपियों को दोषी ठहराया गया। पांचों आरोपियों को आजीवन कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई गई।
राधा देवी के लिए यह फैसला न केवल न्याय था, बल्कि उस अपार दुख को कुछ हल्का करने का अहसास भी, जिसे उन्होंने सालों तक अपनी छाती में दबाए रखा। राधा देवी ने पुलिस की मेहनत की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया ।