
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 26 फरवरी 2025:
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर काशी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। काशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह 10 बजे बजे तक तीन लाख से अधिक भक्तों ने भगवान शिव के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। अनुमान है कि शाम तक 25 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाएंगे।

भोर में हुई मंगला आरती, दूल्हे के रूप में सजे बाबा विश्वनाथ
बुधवार क्षतड़के 2:15 बजे काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती के बाद बाबा का दूल्हे की तरह विशेष श्रृंगार किया गया। इसके बाद मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। चारों ओर ‘हर-हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
नागा साधुओं की भव्य शोभायात्रा, शिवभक्ति में डूबे श्रद्धालु
महाशिवरात्रि के अवसर पर सात शैव अखाड़ों के हजारों नागा साधु काशी में भगवान विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे। हाथों में गदा-त्रिशूल, शरीर पर भस्म और फूलों की माला धारण किए साधुओं की भव्य शोभायात्रा ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

संतों ने की विश्व कल्याण की प्रार्थना
महाशिवरात्रि के साथ ही महाकुंभ का भी समापन हुआ। जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा, “कुंभ में भारत की लगभग आधी आबादी ने भाग लिया। सभी जातियों, धर्मों और मतों के लोग एक साथ आए और विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।
अखाड़ों में होंगे चुनाव, होली बाद साधु-संत होंगे रवाना
जूना अखाड़े के अध्यक्ष प्रेम गिरि महाराज ने बताया कि अब अखाड़े का चुनाव होगा और होली मनाने के बाद सभी साधु-संत अपने-अपने स्थान के लिए रवाना हो जाएंगे। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा, “महाकुंभ से दुनिया को संदेश मिला है कि सनातनी एक हैं।”

पूरी रात चलेगा विशेष पूजन-अर्चन
महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष पूजन-अर्चन का आयोजन किया गया है, जो पूरी रात चलेगा। भक्तों ने बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक कर विश्व कल्याण की प्रार्थना की।






