
लखनऊ, 19 फरवरी 2025:
आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने भाजपा पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में धनबल और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के जरिए जीत हासिल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी जनता को दोष नहीं दे रही, बल्कि चुनावी प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं को उजागर कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि आप महज दो फीसदी के अंतर से चुनाव हारी है।

लखनऊ में बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर मुख्य चुनाव आयुक्त की चयन प्रक्रिया में मनमानी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया में बदलाव कर सरकार ने लोकतंत्र की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा कर दिया है।
महाकुंभ में अव्यवस्थाओं पर उठाए सवाल
संजय सिंह ने महाकुंभ में अव्यवस्थाओं को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भगदड़ के साथ हादसों में लोगों की जान जा रही है। संगम का जल प्रदूषित हो चुका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट भी इस ओर इशारा कर रही है, लेकिन सरकार इसे नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने नमामि गंगे योजना की विफलता का भी जिक्र किया और कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसे नकार भी नहीं सकते।
उर्दू पर सीएम योगी के बयान की आलोचना
आप नेता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने विधानसभा में उर्दू भाषा के खिलाफ बयान दिया, जबकि उर्दू उत्तर प्रदेश की पहचान का हिस्सा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अपने चार मिनट के भाषण में मुख्यमंत्री ने नौ बार उर्दू शब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे साफ है कि उर्दू के बिना भाषा अधूरी है।
बच्चों के स्कूल छोड़ने के आंकड़े चौंकाने वाले
संजय सिंह ने लोकसभा में शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में आठ महीने के भीतर 7.84 लाख बच्चों ने सरकारी स्कूल छोड़ दिया, जबकि देशभर में यह संख्या 11 लाख के करीब है। उन्होंने सवाल किया कि क्या ये सभी बच्चे किसी एक समुदाय से आते हैं? उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस न होने पर भी सरकार को घेरा।
लखनऊ में प्रांतीय कार्यकर्ता सम्मेलन 23 मार्च को
संजय सिंह ने बताया कि बुधवार को आम आदमी पार्टी की प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें यूपी में सदस्यता अभियान और संघर्ष की रणनीति पर चर्चा हुई। उन्होंने घोषणा की कि 23 मार्च को लखनऊ में प्रांतीय कार्यकर्ता सम्मेलन होगा। इसके बाद प्रदेशभर में 16 स्थानों पर कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। साथ ही, 14 सितंबर को एक विशाल रैली भी निकाली जाएगी।






