
लखनऊ, 14 मई 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित कोतवाली कैसरबाग इस समय सुर्खियों में है। यहां लोगों ने गांजा की अवैध बिक्री करने का वीडियो वायरल किया था और दो आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले भी किया था। पुलिस पर कार्रवाई के बजाय तस्करों को छोड़ने का आरोप लगा तो नाराज आला अफसरों ने कोतवाली के इंस्पेक्टर व एक चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर तीन अन्य चौकी प्रभारियों को भी हटा दिया है।
क्षेत्र में गांजे की बिक्री से उपजा था विवाद, दोनों पक्षों से दर्ज हुआ केस
कैसरबाग कोतवाली क्षेत्र में गांजा की बिक्री का मामला कई दिन से चल रहा था। यहां रहने वाले प्रियांश सोनकर ने आशीष सोनकर पर गांजा की बिक्री करने का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि उसके आदमी को क्षेत्र में गांजे की बिक्री करने से रोका गया तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। प्रियांश ने आशीष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई तो आशीष सोनकर ने भी प्रियांश सोनकर समेत आठ लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कराया। इसमें उसने घर मे घुसकर तोड़फोड़ करने व धमकी देने का आरोप लगाया था।
बिक्री का वीडियो हुआ था वायरल, तस्कर को पकड़ कर चौकी के गए थे लोग
पुलिस द्वारा दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज करने से पूर्व क्षेत्र में गांजे की बिक्री को लेकर ही काफी तमाशा हुआ था। इसमें एक युवक को गांजे के साथ चौकी ले जाया गया और उसकी बिक्री करते हुए एक वीडियो भी वायरल हुआ। मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर को हुई। इज़के बाद डीसीपी पश्चिम ने इंस्पेक्टर कैसरबाग सुनील कुमार सिंह और चौकी प्रभारी विजय यादव को सस्पेंड कर दिया वहीं विभागीय जांच के आदेश दिए गए। वहीं अब तीन अन्य खंदारी बाजार, चाइना बाजार और कलेक्ट्रेट चौकी के प्रभारियों का भी तबादला कर दिया गया है।






