हरदोई, 30 दिसंबर 2025:
बाल विकास एवं महिला कल्याण विभाग में सामने आए गंभीर मामलों के बाद शासन ने सख्त कार्रवाई की है। बैड टच और पीछा करने के आरोप में एक लिपिक को निलंबित किया गया है, जबकि अवैध वसूली से जुड़े वायरल ऑडियो प्रकरण में दो बाल विकास परियोजना अधिकारियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है। तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
हरदोई नगर परियोजना में तैनात एक नवनियुक्त महिला सुपरवाइजर ने विभागीय लिपिक कमल पर लगातार पीछा करने और अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया था। शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी अनुनय झा के निर्देश पर मामले की जांच कराई गई। जांच समिति में शामिल डीपीओ और जिलाधिकारी द्वारा नामित गन्ना अधिकारी निधि गुप्ता की रिपोर्ट में आरोप सही पाए गए। इसके बाद विभागीय निदेशक ने लिपिक कमल को निलंबित करने का आदेश जारी किया।
दूसरा मामला अवैध धन वसूली से जुड़ा है, जिसमें एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस प्रकरण में हरदोई नगर और कछौना परियोजना में तैनात सीडीपीओ अनुराग सिंह तथा हरपालपुर और भरखनी परियोजना में तैनात सीडीपीओ राजेंद्र चौधरी पर अधीनस्थ कर्मचारियों से लेनदेन के आरोप लगे थे। ऑडियो के संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर विभागीय जांच कराई गई।
जांच में आरोप सही पाए जाने पर दोनों अधिकारियों को भी निलंबित कर दिया गया। निलंबन के बाद दोनों सीडीपीओ और लिपिक कमल को सुल्तानपुर जनपद स्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।






