
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 20 जून 2025:
यूपी के पूर्वांचल में रोड कनेक्टिविटी में नया आयाम रचने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को आज सीएम ने जनता को सौंप दिया। आजमगढ़ में एक सिरे का लोकार्पण करने के बाद उनका काफिला इस हाईटेक एक्सप्रेसवे पर 86 किमी का सफर तय कर गोरखपुर के लिए निकल पड़ा। रास्ते में पुल का जायजा लिया पौधा भी रोपा। इसके बाद इस एक्सप्रेसवे के दूसरे सिरे का लोकार्पण कर जनसभा को सम्बोधित किया।

शुक्रवार को आजमगढ़ के सलारपुर में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करने और जनसभा को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने काफिले के साथ इस एक्सप्रेसवे की यात्रा शुरू की। बीच में वह घाघरा नदी पर कम्हरियाघाट में बने पुल पर रुके। यहां करीब दस मिनट तक पुल का निरीक्षण किया। इसके बाद फिर उनकी यात्रा शुरू हुई और एक्सप्रेसवे की सैर करते व जायजा लेते हुए वह भगवानपुर टोल प्लाजा पर बने गोरखपुर छोर के लोकार्पण स्थल पर आए। यहां लोकार्पण की औपचारिकता को पूर्ण कर जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री करीब 86 किमी की दूरी गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर तय की।
टोल प्लाजा पर सुरक्षा फ्लीट को रवाना किया
भगवानपुर टोल प्लाजा पर होने वाले कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपीडा की सुरक्षा फ्लीट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर यात्री सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस फ्लीट में 5 इनोवा, 5 कैम्पर, 4 एम्बुलेंस, 2 क्रेन और 1 हाइड्रा वाहन शामिल हैं।
यूपीडा की फोटो गैलरी देखी, कार्मिकों संग खिंचाई फोटो
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों लोकार्पण स्थलों (आजमगढ़ व गोरखपुर) पर यूपीडा द्वारा लगाई गई फोटो गैलरी का अवलोकन किया। इसके साथ ही वह दोनों जगहों पर अलग-अलग पैकेज में काम करने वाली फर्मों के निर्माण कार्मिकों के साथ फोटो खिंचवाकर उनका हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम की स्मृतियों को संजोने के लिए भगवानपुर टोल प्लाजा पर पौध रोपण भी किया। यहां सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा भी पौधे रोपे गए।
भविष्य में सिक्सलेन में विस्तारित हो सकता है एक्सप्रेसवे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.35 किमी है। यह गोरखपुर के एनएच-27 पर जैतपुर के पास शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलता है। चार जिले को गोरखपुर, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ में पड़ने वाला पूर्णतः प्रवेश नियंत्रित यह एक्सप्रेसवे फोरलेन में निर्मित है और इसे भविष्य में सिक्सलेन तक विस्तारित किया जा सकता। एक्सप्रेसवे की इस परियोजना पर भूमि अधिग्रहण सहित 7283.28 करोड़ रुपये की लागत आई है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण दो पैकेज में गोरखपुर के जैतपुर से अंबेडकरनगर के फुलवरिया तक (48.317 किमी) तथा फुलवरिया से आजमगढ़ के सलारपुर तक (43.035 किमी) किया गया है।
स्पीडी के साथ सेफ भी है एक्सप्रेसवे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे आवागमन सुगमता की मिसाल बनेगा। स्थानीय स्तर पर गोरखपुर के दक्षिणांचल (उरूवा, धुरियापार, खजनी, बेलघाट सिकरीगंज, महादेवा बाजार) जाने में स्थानीय लोगों को काफी कम समय लगेगा। अभी गोरखपुर मुख्यालय से उरूवा जाने में एक घंटे लग जाते हैं, लिंक एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भरते हुए समीपस्थ चैनेज से उतरकर सिर्फ 20 से 25 मिनट लगेगा। यही नहीं, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर से लखनऊ जाने के लिए भी एक बेहतरीन और कम समय व्यय वाला विकल्प है। प्रवेश नियंत्रित मार्ग होने से लिंक एक्सप्रेसवे से वाया पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर से लखनऊ की दूरी साढ़े तीन घंटे में तय हो सकेगी। इसके अलावा इसकी कनेक्टिविटी से लोग लखनऊ से होकर दिल्ली से लेकर आगरा तक के शानदार सफर का आनंद ले सकेंगे। यह स्पीडी होने के साथ सुरक्षित भी होगा।







