पहलगाम , 03 मई 2025 –
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकवाद के समर्थन में शामिल ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) और संदिग्ध समर्थकों पर बड़ी कार्रवाई की है। यह कदम पिछले छह वर्षों में अपनी तरह का सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत कश्मीर रीजन में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन गिरफ्तारियों में कुपवाड़ा में 15, हंदवाड़ा में 12 और पुलवामा में 14 लोग शामिल हैं। यह पहली बार है जब अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद इतनी बड़ी संख्या में आतंकियों के मददगारों के खिलाफ एक साथ कार्रवाई की गई है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। यह हमला ऐसे वक्त पर हुआ जब पर्यटक छुट्टियां मनाने घाटी में आए हुए थे। इसके बाद से सेना और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भी इस हमले की जांच तेज कर दी है। NIA की टीमें पहले से गिरफ्तार OGWs से पूछताछ कर रही हैं और कई नए सुरागों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही हैं। डांगरी हमले से जुड़े ओवर ग्राउंड वर्कर्स – निसार अहमद और मुश्ताक हुसैन – से भी पूछताछ की गई, जो फिलहाल जम्मू की कोट भलवाल जेल में बंद हैं।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत अब उन सभी संदिग्धों को निशाना बनाया जा रहा है, जो किसी न किसी रूप में आतंकियों को सहायता पहुंचा रहे थे।
इस व्यापक कार्रवाई को केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है।