
मयंक चावला
आगरा,26 मई 2025:
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन को सोमवार सुबह उस वक्त नजरबंद कर दिया गया, जब वह मथुरा के भूरेका गांव में एक पीड़ित दलित परिवार से मिलने के लिए निकलने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने उनके आगरा स्थित आवास को घेर कर बाहर निकलने से रोक दिया।
सांसद सुमन सपा प्रतिनिधिमंडल के साथ मथुरा रवाना होने ही वाले थे, तभी पुलिस अधिकारियों ने उन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रोका। इस पर नाराजगी जताते हुए सुमन ने कहा, “हर बार जब हम पीड़ितों की आवाज बनने निकलते हैं, सरकार हमें रोक देती है। यह लोकतंत्र नहीं, दमन की कार्रवाई है।”
उन्होंने बताया कि भूरेका गांव में एक दलित परिवार की शादी में कुछ दबंगों ने उत्पात मचाया था, जिसकी शिकायत को प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया। “जब जनप्रतिनिधि ही नहीं पहुंचेगा तो दलितों को न्याय कहां से मिलेगा?” – सांसद ने सवाल उठाया।
यह पहली बार नहीं है जब रामजीलाल सुमन को नजरबंद किया गया हो। हाल के महीनों में जब भी वे दलित या अल्पसंख्यक उत्पीड़न की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देने स्थल पर पहुंचने की कोशिश करते हैं, प्रशासन उन्हें रोक देता है। पिछले कुछ हफ्तों में वह कई बार नजरबंद किए जा चुके हैं।
घटना को लेकर राजनीतिक गलियारों में आक्रोश है और समाजवादी पार्टी ने इसे लोकतंत्र का उल्लंघन बताया है।