नई दिल्ली/आगरा, 26 जून 2025:
यूपी के आगरा स्थित सींगना में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (CIP) का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र स्थापित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इससे आलू और शकरकंद जैसी जड़वाली फसलों के क्षेत्र में बीज से लेकर बाजार तक नवाचार को नई दिशा मिलेगी।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (CIP) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना को दी गई स्वीकृति अभिनंदनीय है। यह निर्णय खेती को तकनीक से, अन्न को अनुसंधान से और किसान को नवाचार से जोड़ने वाला सिद्ध होगा। खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के साथ-साथ कृषि आधारित रोजगार और कृषक-समृद्धि को भी नई दिशा मिलेगी।
सींगना स्थित इस क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना के लिए केंद्रीय कैबिनेट ने 111.5 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर की है। केंद्र में बीज उत्पादन, कीट प्रबंधन, सत्त उत्पादन और किसानों के प्रशिक्षण जैसे विषयों पर शोध कार्य होगा।
इस केंद्र पर आलू की विदेशी किस्मों का उत्पादन परंपरागत कंद से नहीं, बल्कि उन्नत ‘रोपाई तकनीक’ से किया जाएगा। पेरू द्वारा विकसित इस तकनीक में टिशू कल्चर से पौध तैयार की जाती है, जिसे पॉलीहाउस और नेट हाउस में विकसित करने के बाद खेतों में बोया जाएगा।
पेरू के लीमा में मुख्यालय वाला अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र अब तक केवल चीन और अफ्रीका में मौजूद है। आगरा का सींगना विश्व का तीसरा केंद्र होगा, जिससे भारत को वैश्विक कृषि अनुसंधान मानचित्र पर और अधिक मजबूती मिलेगी। उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही इस परियोजना के लिए 10 एकड़ भूमि आवंटित कर चुकी है। सींगना में 138 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थित राजकीय आलू फार्म के एक हिस्से में यह केंद्र विकसित होगा।