मयंक चावला
आगरा 1 जून 2025:
यूपी के आगरा जिले के जीआईसी मैदान में आयोजित संगोष्ठी में देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने रानी आहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उपराष्ट्रपति ने 300 साल पहले रानी आहिल्याबाई के शौर्य को भारतीय सेना के पराक्रम से जोड़ा और कहा कि हाथ डालने वालों को न छोड़ने की सीख 300 साल पहले दे दी थी। वही काम सेना ने कर दिखाया। कायर दुश्मन के कान में ब्रम्होस की गूंज गूंजती रहेगी। उन्होंने सीएम की कार्यशैली को जमकर सराहा।
जीआईसी मैदान में रानी आहिल्याबाई की स्मृति में हुई संगोष्ठी
इससे पूर्व आगरा के खेरिया एयरपोर्ट पर विशेष विमान से उतरे उपराष्ट्रपति व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुदेश धनखड़ का सीएम ने स्वागत किया। रानी आहिल्याबाई की स्मृति में जीआईसी मैदान में हुई संगोष्ठी में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल व प्रदेश की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, हरियाणा के राज्यपाल बंगारू दत्तात्रेय और महाराष्ट्र विधानसभा के सभापति प्रो. राम शंकर राव समेत कई विशिष्ट लोग शामिल हुए।
उपराष्ट्रपति ने सीएम के कार्यों को सराहा, याद दिलाई आहिल्याबाई की सीख
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा यूपी के मुख्यमंत्री बहुत दूरदर्शी हैं, काम में विश्वास रखते हैं। दिसंबर, 2021 में मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ में आदि शंकराचार्य और अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का अनावरण किया था। वो साधुवाद के पात्र हैं। लोकमाता अहिल्याबाई धनगर थी, मैं धनखड़ हूं। मैं किसान परिवार से आता हूं। अहिल्याबाई भी किसान परिवार से थीं। नारी सशक्तिकरण के लिए अहिल्याबाई ने अपनी सेना में महिलाओं की एक टुकड़ी बनाई थी। उनकी आत्मा कितनी प्रसन्न होगी कि भारतीय सेना में भी महिलाओं को बड़ा स्थान मिला। भारतीय सेना के पराक्रम को भी याद करना चाहूंगा। 22 अप्रैल को पहलगाम में जो हमारे दुश्मनों ने कायरता दिखाई। मैं कहना चाहूंगा कि यूपी की भूमि पर बने ब्रह्मोस की गूंज दुश्मन के कानों में गूंजती रहेगी। हमने दुश्मन के घर में घुसकर उन्हें ध्वस्त किया। हमारी सेना ने दुश्मन को लोहे के चने चबाने पर मजबूर किया। भारतीय सेना ने संदेश किया कि भारत अब बदल गया है। जो हम पर हाथ डालेगा, उसको पूरी तरह से नष्ट करेंगे, जो हम पर हाथ डालेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं। यही सीख लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने दी है।
काशी अयोध्या की तरह मथुरा की काया पलटेगी
आज का दिन प्रेरणा का है, उस कठिन समय में लोकमाता अहिल्याबाई ने मंदिर बनवाए। सोमनाथ, काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, रामेश्वरम…न जाने कितने मंदिर उनके हाथ से बने। जो उन्होंने उस समय किया यूपी के मुख्यमंत्री ने आज किया। काशी विश्वनाथ और अयोध्या की काया पलट दी। मथुरा में भी होगा। आने वाली पीढ़ी मुख्यमंत्री को वैसे ही याद रखेगी, जैसे अहिल्याबाई होल्कर को याद रखते हैं। ये हमें सीखने की जरूरत है।
सीएम बोले… 300 साल पहले रानी आहिल्याबाई ने रखी थी विरासत-विकास की आधार शिला
इस मौके पर सीएम ने कहा कि लोकमाता रानी आहिल्याबाई ने ही विरासत के साथ विकास की आधारशिला रखी थी। हमारे पीएम ने इस अभियान को आगे बढ़ाया। काशी में काशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण, केदारपुरी और बदरीपुरी का पुनरोद्धार उन्हीं की प्रेरणा की कड़ी है। सुरक्षा कैसी होनी चाहिए, ये लोकमाता ने 300 साल पहले समझा दिया था। उन्होंने आत्म रक्षा के गुर सिखाए थे। आज जब पाकिस्तान आतंकवाद को पालता है और भारत अंदर घुसकर मारता है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के बहादुर जवानों ने पाक के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया, ये सब महारानी की प्रेरणा की ही कड़ी है।
डबल इंजन सरकार ने ली लोकमाता से प्रेरणा
पाल-बघेल समाज से जुड़े लोगों से मुखातिब होकर सीएम ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने मुगलों द्वारा नष्ट किए गए मंदिरों की दोबारा स्थापना किया। ये समारोह लोकमाता की 300वीं जयंती का है। लोकमाता ने महिला सशक्तिकरण, किसान, युवाओं, हस्तशिल्पियों, सुरक्षा और भारत की विरासत को बचाने के लिए जो काम किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने इसके लिए राजकोष से पैसा नहीं खर्चा किया। इसका पैसा उन्होंने खुद की संपत्ति से अर्जित धन से पुरी, गया, केदारनाथ, काशी, महाकाल, ओंकारेश्वर, महाकाल मंदिरों के लिए पुनरुद्धार किया था। उनका ये काम आज डबल इंजन सरकार को भी प्रेरित कर रही
नाम बदलने वाले गए, आगरा में लोकमाता के नाम पर बड़ा काम होगा
उत्तर प्रदेश के अंदर एक लोग थे, जो बड़े-बड़े माफियाओं को पालते थे। कानून व्यवस्था के लिए संकट खड़ा करते थे। तमाम लोगों की सुरक्षा में सेंध लगवाते थे। लोकमाता के नाम पर बने डिग्री कॉलेज का नाम बदल देते थे। आज डबल इंजन की सरकार औरैया के मेडिकल कॉलेज का नाम लोकमाता के नाम पर करती है। आगरा में भी लोकमाता के नाम समर्पित कुछ बड़ा काम होगा।
‘अहिल्या के लोग’ नाम का संगठन बनेगा
संगोष्ठी में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि पुरखों का सम्मान नहीं करने वाले कभी आगे नहीं बढ़ते हैं। अहिल्याबाई होल्कर के बाद प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने मंदिरों के जीर्णोद्धार का काम किया। हम ‘अहिल्या के लोग’ नाम का राष्ट्रीय संगठन बनाएंगे। ये संगठन सामूहिक विवाह, मेधावियों की पढ़ाई में सहयोग करेगा।