
लखनऊ, 9 सितंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) के 23वें दीक्षांत समारोह के दौरान मंगलवार को 53,943 छात्रों को डिग्रियां और 86 शोधार्थियों को पीएचडी प्रदान की गई। समारोह का मुख्य आकर्षण भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला रहे। उन्हें विश्वविद्यालय ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की।
विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि शुभांशु शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा, “सफलता कोई बड़ी बात नहीं है, यह आपके रोज के प्रदर्शन से आती है। इंतजार समय की बर्बादी नहीं बल्कि धैर्य है। अंतरिक्ष से लौटने के बाद हमने 32 दिन क्वारंटीन में रहकर इंतजार किया।” उन्होंने यह भी कहा कि वह डिग्री के लिए नहीं, बल्कि कॉन्वोकेशन में शामिल होने आए थे। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय में स्पेस टेक्नोलॉजी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना पर खुशी जताई और कहा कि इससे विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़ी अहम जानकारी और करियर अवसर मिलेंगे।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में छात्रों को माता-पिता का सम्मान करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि आज का अवॉर्ड सबसे पहले अपनी मां को समर्पित करें, क्योंकि 75% परिश्रम मां और 25% पिता का होता है। जीवन में चाहे जहां तक पहुंचें, माता-पिता की सेवा करना न भूलें।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को अपनाए गए गांवों में लैब्स स्थापित करने की सलाह दी। उन्होंने ग्रामीण शिक्षा, बिजली और बुनियादी सुविधाओं की चुनौतियों पर भी ध्यान दिलाया। कार्यक्रम में यह भी रेखांकित किया गया कि तकनीकी शिक्षा में अभी भी लड़कियों की संख्या अपेक्षाकृत कम है।
राज्यपाल ने छात्रों से देशसेवा की भावना के साथ कार्य करने का आह्वान किया और कहा कि जैसे मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने अपना जीवन देश को समर्पित किया, वैसे ही आप सभी भी राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।






