Uttar Pradesh

जयंती से पूर्व कार्यशाला में लिखा डॉ. अम्बेडकर का पूरा नाम, विपक्ष पर बरसे योगी

लखनऊ, 13 अप्रैल 2025:

यूपी की राजधानी में सीएम ने रविवार को अम्बेडकर जयंती से एक दिन पूर्व सम्मान अभियान के तहत आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित किया। गोमती नगर के भागीदारी भवन में आयोजित इस कार्यशाला में एक खास बदलाव देखने को मिला। कार्यशाला में मंच पर लगे बैनर और सम्बोधन देने के लिए बने डायस पर डॉ अंबेडकर का पूरा नाम डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर लिखा हुआ था।

बाबा साहेब की स्मृति में बनेगा लखनऊ में सांस्कृतिक केंद्र महामानव को जानेंगे युवा

कार्यशाला में अनुसूचित मोर्चा के नेता डिप्टी सीएम तमाम मंत्री के साथ संगठन के कई पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे। उन्होंने डॉ अम्बेडकर से ही बात शुरू की और कहा कि हम जल्द लखनऊ में ऐसा सांस्कृतिक केंद्र बनाएंगे जहां युवा पीढ़ी शोध कर जान सके कि वो महामानव कौन था जो अपमान सहकर भी भारत और भारतीयता के लिए और वंचितों के लिए लड़ा। भारत रत्न’ बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी के सपने को साकार करने का काम प्रधानमंत्री ने ही किया है। उनके मूल्यों और आदर्शों के सम्मान का काम किया।

बांग्लादेश में हिंदुओं की प्रताड़ना पर चुप है विपक्ष

बांग्लादेश में जो हिंदू प्रताड़ित हो रहा है या पीड़ित है, वो सभी दलित हिंदू हैं। उनके पक्ष में कभी न कांग्रेस, न समाजवादी पार्टी और न ही ममता बनर्जी ने आवाज उठाई है। उनके लिए आवाज केवल भाजपा ने उठाई है और भाजपा इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि हमें हर हिंदू की रक्षा करनी है। देश में ‘वक्फ’ के नाम पर लाखों एकड़ लैंड पर कब्जे किए गए। ‘वक्फ संशोधन विधेयक’ संसद में पारित हुआ है और जब इस पर कार्यवाही हो रही है तो हिंसा भड़काई जा रही है

गरीब हाईराइज बिल्डिंग में न रहे इसलिए भड़काई जा रही हिंसा

भाजपा हर हिन्दू की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। वक्फ संशोधन विधेयक पर कार्रवाई हो रही है तो हिंसा भड़काई जा रही है। कल पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में तीन हिंदुओं की निर्मम हत्या हुई। यह सभी वही दलित, वंचित, गरीब हिंदू हैं, जिनको इस जमीन का सर्वाधिक लाभ मिलने वाला है। जब वक्फ की जमीन राजस्व के रिकार्ड में आएगी तो वहां हाईराइज बिल्डिंग बनेगी और गरीब उसमे रहेगा। यही बात इन दलों को पसंद नहीं आ रही है क्योंकि गरीब आगे बढ़ा तो इनकी राजनीति खत्म हो जाएगी। दुनिया के अंदर कहीं भी कोई हिंदू पीड़ित होगा, वह अंततः हिंदुस्तान में ही आएगा लेकिन कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, टीएमसी जैसे दल हमेशा इसमें बाधक रहे

राष्ट्र नायकों के अपमान पर उतारू हैं सपा-कांग्रेस

छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान हो, ‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल का अपमान हो या फिर महाराणा प्रताप, राणा सांगा या फिर बाबा साहब का अपमान हो। यह उसी कड़ी का हिस्सा है, जो कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का डीएनए अभी तक करता रहा है। कांग्रेस ने बाबा साहब के महापरिनिर्वाण होने पर उनका दिल्ली में अंतिम संस्कार नहीं करने दिया और उनका स्मारक नहीं बनने दिया। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, टीएमसी हो या वामपंथी दल ये लगातार बाबा साहब के खिलाफ, सामाजिक न्याय के पुरोधाओं के खिलाफ षड्यंत्र रचते रहे हैं।

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