
गाजीपुर,3 फरवरी 2025
महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में गाजीपुर के दरोगा अंजनी राय की मौत को लेकर परिवार ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि उनकी मृत्यु ड्यूटी के दौरान भगदड़ के कारण हुई, जबकि पुलिस इसे बीमारी से हुई मौत बता रही है। भतीजे इंद्र भूषण राय ने सवाल उठाया कि अगर उनके चाचा की तबीयत खराब थी, तो उनकी ड्यूटी इतनी महत्वपूर्ण आयोजन में क्यों लगाई गई थी? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस यह तक नहीं बता रही कि उन्हें किस अस्पताल में भर्ती कराया गया था और इलाज के दौरान कौन-सी दवाएं दी गईं।
परिवार ने सरकार से दरोगा अंजनी राय को शहीद का दर्जा देने की मांग की है, लेकिन अब तक न तो सरकार और न ही पुलिस विभाग ने उनसे कोई संपर्क किया। इंद्र भूषण राय ने कहा कि अगर न्याय नहीं मिला, तो वे हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल करेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पोस्टमार्टम हाउस में 50 से अधिक शव पड़े थे, जबकि सरकार केवल 30 मौतों की बात कर रही है, जिससे यह साफ होता है कि मौत के आंकड़े छुपाए जा रहे हैं।






