
आशुतोष तिवारी
सुल्तानपुर, 2 अगस्त 2025 :
यूपी के सुल्तानपुर जिले में बार एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी के गठन के बाद अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह के फरमान से हलचल मचा दी है। उन्होनें स्पष्ट कहा है कि बार कौंसिल द्वारा जारी पहचान पत्र न रखने वाले व्यक्तियों को बतौर वकील प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्होंने सीनियर वकीलों से भी कहा है कि जूनियरशिप में किसी ऐसे व्यक्ति को न रखें जिसका रजिस्ट्रेशन बार कौंसिल में न हो।
अनाधिकृत रूप से कोट बैंड लगाकर मिलने पर होगी कार्रवाई
बता दें कि सुल्तानपुर में बार एसोसिएशन का चुनाव सम्पन्न हो गया है। नई कार्यकारिणी के मुखिया व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिनके पास बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश द्वारा प्रदत्त रजिस्ट्रेशन पहचान पत्र या सीओपी पहचान पत्र नहीं है, उन्हें कोट और बैड पहनकर दीवानी न्यायालय परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। चेतावनी दी है कि जांच के दौरान यदि कोई अनधिकृत व्यक्ति पकड़ा जाता है, तो उसके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी।
पहले डिग्री हासिल करें फिर रजिस्ट्रेशन कराएं युवा
अध्यक्ष ने वरिष्ठ अधिवक्ताओं से भी अपेक्षा जताई कि वे अपने जूनियरशिप में ऐसे किसी भी व्यक्ति को न रखें जिनका बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन नहीं है। कहा कि हमने उन सभी को बाहर किया है जिन्हें वकालत करने का अधिकार नहीं है। ऐसे व्यक्तियों को पहले डिग्री हासिल करनी चाहिए। फिर बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए, तभी वे वकालत कर सकते हैं। एसोसिएशन की प्राथमिकताओं के बारे में कहा कि अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं लागू करना है। अपने सदस्यों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान करना है। उन्होंने बार की वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने पर भी जोर दिया। उनका मानना है कि जब बार की आय बढ़ेगी, तभी वे अधिक कल्याणकारी योजनाएं लागू कर सकेंगे।