
अयोध्या, 17 नवंबर 2024:
भगवान श्रीराम को मनाने और उन्हें अयोध्या वापस लाने के उद्देश्य से हर वर्ष आयोजित होने वाली “भरत यात्रा” आज अयोध्या से चित्रकूट के लिए रवाना हुई। इस पावन यात्रा का नेतृत्व राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास द्वारा किया जा रहा है।
यह यात्रा परंपरागत रूप से मणिरामदास छावनी से प्रारंभ होती है, जो पिछले 50 वर्षों से इस ऐतिहासिक यात्रा का केंद्र बिंदु रही है। इस बार यात्रा में 200 से अधिक संत शामिल हुए हैं, जो पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान राम के भाई भरत और शत्रुघ्न के चित्रकूट जाने की इस प्रतीकात्मक घटना का प्रदर्शन कर रहे हैं।
यात्रा नंदीग्राम, प्रयागराज होते हुए पाँच दिनों में चित्रकूट पहुंचेगी। मार्ग में विभिन्न स्थानों पर भक्तजनों द्वारा यात्रा का स्वागत किया जाएगा। भरत यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। यात्रा के दौरान भजन-कीर्तन और धार्मिक आयोजन इस पवित्र यात्रा को और अधिक दिव्य बना देते हैं।
यात्रा के आयोजकों ने बताया कि इस परंपरा का उद्देश्य भगवान राम और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुँचाना है। यह यात्रा धार्मिक आस्था और सामाजिक समरसता का प्रतीक है, जो अयोध्या से चित्रकूट तक भगवान राम के जीवन के मूल्यों को प्रसारित करती है।
इस पवित्र अवसर पर अयोध्या में उमड़े श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। यात्रा की शुरुआत के दौरान भक्तों की भीड़, जय श्रीराम के उद्घोष और भक्ति के माहौल ने समूची अयोध्या को एक पावन ऊर्जा से भर दिया।






