
अयोध्या, 13 अक्टूबर 2025 :
यूपी की रामनगरी अयोध्या अब सिर्फ आस्था की जगह नहीं, बल्कि विकास और सांस्कृतिक विरासत का संगम बन चुकी है। इस साल के नौवें दीपोत्सव में सरकार की विकास योजनाएं भी दीपों की तरह चमकेंगी। अयोध्या को वैश्विक तीर्थ और पर्यटन स्थल बनाने के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। इसके तहत राम की पैड़ी और सरयू घाट को सजाया संवारा जाएगा।
राम की पैड़ी अब और भी सुंदर और सुविधाजनक
राम की पैड़ी अब श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए और भी आरामदायक और आकर्षक बन गई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में लगभग 2324.55 लाख रुपये खर्च करके 350 मीटर लंबी सीढ़ियों और दर्शक दीर्घा का निर्माण किया गया है, जिसमें 18,000 से 20,000 लोग बैठ सकते हैं। यहां सेल्फी पॉइंट भी बनाया गया है, जिसमें भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी की सुंदर मूर्तियां हैं। नई लाइटिंग, बाउंड्री वॉल और अन्य सुविधाओं ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का आकर्षण बना दिया है।
नई परियोजना से राम की पैड़ी और भव्य बनेगी
वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्वीकृत 2367.61 लाख रुपये की योजना के तहत राम की पैड़ी में आठ छोटे एम्फीथिएटर, छह पत्थर की छतरियां आठ बड़े दीपक और सात मीटर ऊंचे पत्थर के खंभे बनाए जाएंगे। ये बदलाव राम की पैड़ी को और भी सुंदर और आधुनिक बनाते हैं।
ढाई किमी लंबे सरयू घाट को मिलेगा नया रूप
अयोध्या की जीवनरेखा मानी जाने वाली सरयू नदी के तट को भी नया रूप दिया जा रहा है। लगभग 2.5 किलोमीटर लंबाई में घाटों की मरम्मत और सजावट पर 2346.11 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट में 32 पत्थर की छतरियां, 11 बड़े खंभे, चार पूजा स्थल, दो गौ-पूजा स्थल, 15 दिशा संकेत, 60 इंटरप्रिटेशन वॉल और एक वीआईपी पवेलियन बनाए जा रहे हैं। आधुनिक लाइटिंग और साफ-सुथरे घाट के साथ सरयू आरती का नजारा अब और भी भव्य होगा। फिलहाल 17 अक्टूबर से शुरू हो रहा अयोध्या दीपोत्सव 2025 अब श्रद्धालुओं और पर्यटकों दोनों के लिए एक यादगार अनुभव देने के लिए तैयार है।