
अयोध्या,17 मार्च 2025:
यूपी के अयोध्या धाम स्थित राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने कहा है कि आचार्य सत्येंद्र दास के निधन के बाद कोई मुख्य पुजारी नहीं होगा क्योंकि उनके जैसा कोई नहीं है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण की समय सीमा अप्रैल से जून कर दी गई है।
ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने कहा-ब्रम्हलीन आचार्य सत्येंद्र दास जैसा आज कोई नहीं
बता दें अयोध्या धाम में रामलला के मुख्य अर्चक सत्येंद्र दास का गत 12 फरवरी को पीजीआई में निधन हो गया था। विवादित ढांचा में टेंट के अस्थाई मंदिर से नए मंदिर के निर्माण तक वो मुख्य अर्चक की भूमिका में रहे। उनके निधन के बाद खाली हुए मुख्य अर्चक के पद पर नियुक्ति के सवाल पर मीडिया से मुखातिब हुए सचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर का मुख्य पुजारी कोई नहीं होगा। इस बारे में उनके निधन से छह माह पहले ही उनसे बात हो गई थी। आज उनके आयु का उनके सम्मान का कोई नहीं है। 1993 से वो सेवा दे रहे थे। बस सौ रुपये लिया करते थे। सचिव ने कहा कि आज उन जैसा विद्वान कोई नहीं है। सबकी आयु एक जैसी है सब जवान हैं। ऐसे में मुख्य पुजारी की बात करना अतिश्योक्ति हो जाएगी।
बैठक में रखा आय व्यय का ब्यौरा, निर्माण की समय सीमा पर हुआ निर्णय
इससे पूर्व मणिराम छावनी में हुई बैठक में ट्रस्ट के आय व्यय का ब्यौरा रखा गया। बताया गया कि 2020 में ट्रस्ट के गठन के बाद रामजन्मभूमि परिसर पर 2150 करोड़ खर्च किये गए। इसके अलावा सरकार की अलग अलग एजेंसियों को 400 करोड़ का टैक्स दिया गया। बैठक में मंदिर निर्माण की समय सीमा अप्रैल से जून माह निर्धारित करने का निर्णय लिया गया।





