National

अयोध्या : मंदिर के महंत की संदिग्ध हालात में मौत, बेची थी करोड़ों की जमीन, जानें पूरा मामला

अयोध्या, 12 अक्टूबर 2025:

रामनगरी अयोध्या स्थित रावत मंदिर के महंत राममिलन दास की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। भोजन करने के कुछ देर बाद शनिवार रात उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। बताया गया कि मुंह से झाग निकलने लगा, जिसके बाद उन्हें अयोध्या के श्रीराम अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।

महंत की मौत के पीछे जमीन बिक्री से जुड़े 7-8 करोड़ रुपये को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में मंदिर की जमीन बेचने के बाद उनके खाते में यह रकम आई थी। पुलिस हर आशंका पर जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

घटना की सूचना मिलते ही अयोध्या कोतवाली प्रभारी मनोज शर्मा मौके पर पहुंचे। इसके साथ ही डीएम निखिल टीकाराम फुंडे और एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर भी अस्पताल पहुंचे और संतों व सेवादारों से जानकारी ली।

सेविका शकुंतला से पुलिस कर रही पूछताछ

महंत की सेवा में पिछले 13 वर्षों से लगी सेविका शकुंतला (40) को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। शिष्यों के मुताबिक शनिवार शाम 7 बजे शकुंतला ने महंत को भोजन कराया था। कुछ ही देर बाद वह चीखते हुए बाहर निकली और बताया कि महंत जी की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। शिष्य मौके पर पहुंचे और उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

संत समाज ने की निष्पक्ष जांच की मांग

महंत की मौत की खबर फैलते ही दिगंबर अखाड़ा के महंत रामलखन दास, वामन मंदिर के महंत वैदेही वल्लभशरण और राधा मोहन कुंज के महंत सुदर्शन दास समेत कई संत मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।

महंत राममिलन दास पिछले 15 वर्षों से रावत मंदिर के महंत के रूप में सेवाएं दे रहे थे। उनके गुरु राममिलन दास राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख अगुवाओं में से एक रहे थे। पुलिस ने कहा कि मौत की वास्तविक वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। फिलहाल सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button