अयोध्या, 6 नवंबर 2025:
अयोध्या में भगवान शिव की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यह भव्य प्रतिमा पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर मौनी बंगला के समीप विष्णुपुरम में ‘श्रीरामशिवधाम’ के रूप में विकसित किए जा रहे परिसर में स्थापित होगी। इस विशाल परियोजना की आधारशिला कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर रख दी गई है।
यह परियोजना श्रीराम राष्ट्रीय सेवा ट्रस्ट की देखरेख में संचालित होगी। ट्रस्ट के प्रेरक एवं मुख्य संरक्षक रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमारदास हैं, जबकि अन्य पदाधिकारी दिल्ली, मुंबई, मथुरा आदि से जुड़े हैं। ट्रस्ट ने बताया कि लगभग 30 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में भगवान शिव की प्रतिमा और रामशिवधाम का निर्माण किया जाएगा। परिसर के केंद्र में चांदी से निर्मित रामदरबार की स्थापना होगी, जिसमें सिंहासन और गर्भगृह का कपाट भी चांदी का होगा। परिसर में द्वादश ज्योतिर्लिंग और चारधाम की भी स्थापना की जाएगी। धर्म और सेवा को साथ लेकर चलने की भावना से प्रेरित इस परियोजना के तहत ट्रस्ट ने चिकित्सालय, वृद्धाश्रम और मोबाइल डिस्पेंसरी संचालित करने की योजना भी बनाई है। इसके लिए 17,500 वर्ग गज भूमि का अलग से प्रबंध किया गया है।
परियोजना के प्रेरक राजकुमारदास ने कहा कि “जिन शिव और राम को एक-दूसरे का ईश्वर कहा गया है, ऐसे अभिन्न शिव-राम को एक साथ ‘रामशिवधाम’ में देखना आस्था और आनंद का अद्भुत अनुभव होगा।” उन्होंने विश्वास जताया कि यह प्रांगण भक्तिभाव और परोपकार का केंद्र बनेगा तथा ठाकुरजी की सेवा के माध्यम से समाज में प्रेम और सद्भाव का संदेश देगा।
ट्रस्ट की ओर से राजकुमारदास का सम्मान किया गया। उन्हें उत्तरीय, स्मृतिचिह्न, विशिष्ट माला और चांदी के मुकुट, साथ ही चांदी का धनुष-बाण भेंट किया गया।
समारोह में राजकुमारदास के साथ ट्रस्ट के चेयरमैन सहित कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। इस मौके पर प्रख्यात शास्त्रज्ञ आचार्य रघुनाथ त्रिपाठी, महंत मनमोहनदास, ट्रस्ट के मुख्य अध्यक्ष ब्रजेंद्र गुप्त, अध्यक्ष सत्यनारायण मित्तल, महामंत्री बालकृष्ण अग्रवाल, कोषाध्यक्ष धर्मपाल गर्ग, उपाध्यक्ष दरवेश बंसल और संदीप मिश्र मौजूद रहे।






