अनमोल शर्मा
बागपत, 11 अप्रैल 2025:
लगता है यूपी के बागपत वालों ने शांति और सब्र को पुराने अखबार के साथ लपेटकर रद्दी में बेच दिया है। पहले 2021 में “बैटल ऑफ बागपत” के नाम से चाट की प्लेटों पर तलवारें चल रही थीं, अब 2025 में सड़क की “साइड” लेने को लेकर झाड़ू और डंडों की घनघोर लड़ाई छिड़ गई।
अगर आप सोचते हैं कि मारवेल के एवेंजर्स ही सबसे बड़े युद्ध लड़ते हैं, तो आप बागपत के वीरों से अनजान हैं! बागपत ने फिर से साबित कर दिया है कि छोटे-छोटे विवादों को हाई-अटेंशन एक्शन सीन में बदलने का टैलेंट सिर्फ यहीं मिलता है! पहले “चाट युद्ध” और अब “झाड़ू युद्ध” – यहाँ के योद्धाओं ने साबित कर दिया है कि लड़ाई के लिए तलवार-बंदूक की नहीं, बस एक छोटी सी गाड़ी की “साइड” लगने की जरूरत होती है!
अब 2025 में सड़क की “साइड” लेने को लेकर झाड़ू और डंडों की घनघोर लड़ाई छिड़ गई। कहिए, ये बागपत है या कोई WWE का नया मैदान?
इस बार की महायुद्ध स्थली थी – अमीनगर सराय का मेन बाजार, जहां दो युवक गलती से किसी की गाड़ी को साइड क्या दे बैठे, सामने वालों को लगा जैसे गाड़ी नहीं, इज़्ज़त को ही टक्कर मार दी हो। फिर क्या, हाथों में झाड़ू और डंडे लेकर उतर पड़े योद्धा मैदान में। वीडियो में साफ देखा गया कि दबंग टाइप लोग दो युवकों को इतने जोश से कूटते नज़र आए, जैसे IPL में आखिरी ओवर चल रहा हो और बैट्समैन बाल को धो रहा हो।
हैरानी की बात ये कि दोनों बेचारे लड़के “भैया सॉरी, माफ कर दो, आगे से ध्यान रखेंगे” की लाइन को इतना बार-बार दोहराते दिखे, कि एक पल को लगा जैसे ये कोई माफी स्पर्धा हो रही हो। लेकिन झाड़ूगणों को शायद माफ करने के बदले स्वच्छता अभियान चलाना ज्यादा पसंद आ गया था।
अब सवाल ये है कि बागपत में क्या चाट खाना हो या बाइक साइड में लगाना – जान हथेली पर लेकर ही जाना चाहिए? पुलिस कह रही है कि उन्होंने वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान शुरू कर दी है और जल्द गिरफ्तारी होगी। (वैसे ही जैसे Netflix पर लिखा होता है – “Coming Soon”)
इससे पहले 2021 में जब बड़ौत बाजार में दो चाट दुकानदार “मेरी चटनी बेहतर है!” बनाम “तेरे टिक्की में स्वाद नहीं!” की लड़ाई में कूदे थे, तो “आइंस्टीन चाचा” भी वायरल हो गए थे। अब लग रहा है कि बागपत के पास एक सीज़नल वेबसीरीज़ का पूरा स्क्रिप्ट तैयार है – “बागपत क्रॉनिकल्स: चाट से लेकर झाड़ू तक”।
फिलहाल जनता को सलाह है – अगर आप बागपत जा रहे हैं तो हेलमेट, बॉडी गार्ड और एक झाड़ू साथ ले जाएं। हो सकता है आपकी बगल से गुजरती बाइक किसी गुस्से वाले पहलवान का दिल दुखा दे!