
भोपाल, 12 जून 2025
राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा पर बार-बार “अपमानजनक” टिप्पणी करने के चलते पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह पर कांग्रेस पार्टी ने बड़ी कार्य़वाही की है। कांग्रेस ने बुधवार को मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह को “पार्टी विरोधी गतिविधियों” के चलते छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया।
पांच बार सांसद रह चुके लक्ष्मण सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई पार्टी नेता राहुल गांधी के खिलाफ बार-बार “अपमानजनक” टिप्पणी करने के बाद की गई। कांग्रेस ने पहले उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया था जिसमें पूछा गया था कि उनकी टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने एक बयान में कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।”बयान में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि लक्ष्मण सिंह के खिलाफ किस “पार्टी विरोधी गतिविधियों” के आधार पर कार्रवाई की गई।
मध्य प्रदेश प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) ने उनकी कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए पार्टी नेतृत्व को सिफारिश की थी और मामला एआईसीसी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति को भेज दिया गया था।
लक्ष्मण सिंह पांच बार मध्य प्रदेश से सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं। वे पहली बार 1990 में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे। वे पहली बार 1994 में राजगढ़ से सांसद बने थे। 2004 में जब वे दोबारा लोकसभा के लिए चुने गए तो वे भाजपा में शामिल हो गए। 2013 में वे कांग्रेस में वापस आ गए।
पिछले महीने कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा था कि राहुल गांधी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधते हुए उनकी “अपमानजनक” टिप्पणियों ने “सभी स्वीकार्य सीमाएं पार कर दी हैं।” इसमें कहा गया कि उनकी टिप्पणी से पार्टी की “छवि और गरिमा” को “गंभीर क्षति” पहुंची है।
25 अप्रैल को लक्ष्मण सिंह ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पार्टी नेतृत्व पर हमला किया था। पहलगाम पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक शोक सभा के दौरान उन्होंने कहा था, “राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा भोले हैं। देश उनकी अपरिपक्वता का परिणाम भुगत रहा है।” पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति (डीएसी) के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने 9 मई को लक्ष्मण सिंह को नोटिस जारी किया था। इसमें कहा गया है, “यह आपके संज्ञान में लाना है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव तथा मध्य प्रदेश के प्रभारी हरीश चौधरी से आपके बार-बार दिए गए सार्वजनिक बयानों के बारे में शिकायत मिली है, जिससे कांग्रेस की छवि और गरिमा को गंभीर नुकसान पहुंचा है।” नोटिस में कहा गया है, “यह भी पाया गया है कि आपके हालिया बयान ने सभी स्वीकार्य सीमाओं को पार कर लिया है, खासकर लोकसभा में विपक्ष के माननीय नेता राहुल गांधी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के लिए अपमानजनक और अपमानजनक टिप्पणी।”
25 अप्रैल को लक्ष्मण सिंह ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि वह “आतंकवादियों के साथ मिले हुए” हो सकते हैं। उन्होंने वाड्रा पर निशाना साधते हुए कहा था, “रॉबर्ट वाड्रा का यह बयान कि आतंकवादियों ने इसलिए हमला किया क्योंकि उन्होंने मुसलमानों को सड़क पर नमाज अदा नहीं करने दी, न केवल गैरजिम्मेदाराना है बल्कि देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाला बयान भी है। मैं यह सब कैमरे के सामने कह रहा हूं, ताकि किसी को भ्रम न हो। कांग्रेस को बोलने से पहले 10 बार सोचना चाहिए, नहीं तो चुनाव में जनता जवाब देगी।”