
लखनऊ, 5 अगस्त 2025:
यूपी एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो कट्टरपंथी युवकों को गिरफ्तार किया है। एटीएम के मुताबिक दोनों सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी लोगों की मदद से देश विरोधी साजिश रच रहे थे। ये युवक ‘रिवाइविंग इस्लाम’ नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे, जिसमें लगभग 400 पाकिस्तानी सदस्य हैं। उनमें से तीन एडमिन भी पाकिस्तानी नागरिक हैं।
एक अमरोहा और दूसरा महाराष्ट्र के ठाणे का निवासी
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अमरोहा के नौगवां सादात थाना क्षेत्र के ग्राम देहरा निवासी अजमल अली और महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर गांव निवासी डॉ. उसामा नाज शेख के रूप में हुई है। दोनों युवक भारत में शरिया कानून लागू करने और गजवा-ए-हिंद के जरिए गैर मुस्लिमों के खिलाफ जिहाद छेड़ने की साजिश रच रहे थे।
सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी एजेंडा
जांच में पता चला कि आरोपी ‘रिवाइविंग इस्लाम’ ग्रुप के अलावा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भी पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में थे। वे युवाओं को भड़काकर भारत में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे थे। अजमल अली ने पूछताछ में कबूला कि वह इंस्टाग्राम और सिग्नल जैसे एप्स के माध्यम से डॉ. उसामा से संपर्क में था, जिसे वह अपना मार्गदर्शक मानता था।
सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान मिला सुराग
यूपी एटीएस को सोशल मीडिया पर चल रही गतिविधियों की निगरानी के दौरान इस साजिश की जानकारी मिली थी। इस पर अजमल अली को पूछताछ के लिए एटीएस मुख्यालय बुलाया गया था, जहां उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। अजमल की निशानदेही पर एटीएस ने महाराष्ट्र एटीएस और ठाणे पुलिस के सहयोग से डॉ. उसामा को गिरफ्तार किया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है। दोनों आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लेकर एटीएम आगे पूछताछ करेगी।