
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 25 जून 2025:
आपातकाल के 50 साल होने पर भाजपा ने 25 जून को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाया। इस दौरान गोरखपुर के एनेक्सी भवन सभागार में आपातकाल के समय की घटनाओं और कांग्रेस सरकार की तानाशाही नीतियों को चित्रों के माध्यम से जनता के सामने रखा गया। चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से आपातकाल के दौरान हुई लोकतंत्र की दमनकारी घटनाओं को उजागर किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने कहा कि 25 जून 1975 भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का सबसे काला दिन था, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू कर लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास किया। यह अवधि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा पर कुठाराघात थी।”
उन्होंने कहा कि आपातकाल के 21 महीनों (25 जून 1975 से 21 मार्च 1977) के दौरान लाखों राष्ट्रभक्तों को जेलों में डाला गया और उन पर अमानवीय अत्याचार किए गए। उन्होंने कांग्रेस की तुलना ब्रिटिश हुकूमत से करते हुए कहा कि उस दौर में जो दमन हुआ, वैसा जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया था।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश व्यापार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्पदंत जैन, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राहुल श्रीवास्तव, निरंकार त्रिपाठी समेत अन्य वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र के लिए कलंक बताया।
इस मौके पर लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में विनय प्रणाचार्य, ओम प्रकाश अग्रहरि, छत्रपति शुक्ला, अभय पांडे, राजेश गुप्ता, लालजी सिंह आदि को शाल ओढ़ाकर और पुष्प भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महानगर महामंत्री इंद्रमणि उपाध्याय, ओम प्रकाश शर्मा, जितेंद्र चौधरी जीत, दयानंद शर्मा, सत्यार्थ मिश्रा सहित कई लोग उपस्थित रहे।






