
बाराबंकी, 18 मई, 2025:
आज लखपेड़ाबाग स्थित पेंशनर्स एसोसिएशन के जिला कार्यालय पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के संस्थापक सदस्य स्व. बीएन सिंह की पुण्य तिथि मनाई गई। उन्हें कर्मचारी मसीहा बताकर श्रद्धांजलि देने के लिए भारी संख्या में कर्मचारी, शिक्षक एवं पेंशनर्स जुटे।
कार्यक्रम में ‘कर्मचारी शिक्षक व पेंशनर्स एकता जिन्दाबाद तथा आवाज दो हम एक हैं’ के नारे गूंजते रहे। सभा में सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष बाबू लाल वर्मा ने कहा कि स्व. सिंह एक ऐसे कर्मचारी नेता थे, जिन्हें शिक्षक समाज और विभिन्न ट्रेड यूनियन में भी बड़ा सम्मान मिलता था और समय-समय पर उनके द्वारा छेड़े गये आंदोलनों को विभिन्न संवगों का नैतिक एवं भौतिक समर्थन मिलता रहा।

यही नहीं प्रदेश की ब्यूरोकेसी में भी उन्हें बड़े सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। यही वजह रही कि उनके अन्तिम संस्कार के समय भैसा कुण्ड पहुंचे तत्कालीन मुख्य सचिव योगेन्द्र नारायण ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनसे किया गया एक वादा मै अभी पूरा नहीं कर पाया हूं और फिर वहीं से वापस जाकर मुख्य सचिव ने फाइल मंगाई और एबआरए व सीसीए का शासनादेश उसी दिन जारी करा दिया।
स्व.बीएन सिंह जाते-जाते कर्मचारियों को कुछ देकर ही गये। उन्होंने समय-समय पर दम्भी सरकारों को भी झुकाकर अपनी मांगे मनवायी हैं। केन्द्र, प्रान्त महंगाई भत्ते में समानता, केन्द्र, प्रान्त वेतनमानों में समानता, पदोन्नति वेतनमान आदि की सुविधायें उन्हीं के नेतृत्व की देन है।
श्रद्धांजलि देने वालों में श्रीमती मुन्नी सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश वर्मा, उपाध्यक्ष सर्वजीत यादव, सेवा निवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन के मंत्री अशोक सोनी, कोषाध्यक्ष चन्द्रशेखर वर्मा, वरिष्ठ सदस्य लालजी वर्मा, राजेश गुप्ता, सुरेन्द्र कुमार वर्मा तथा कर्मचारी शिक्षक महासंघ के संयोजक एसपी सिंह ने भी अपने विचार रखे।






