
नई दिल्ली, 24 मई 2025
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अमेरिका से कुख्यात साइबर अपराधी अंगद सिंह चंदौक को प्रत्यर्पित कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। चंदौक पर अमेरिकी नागरिकों से करोड़ों रुपये की ऑनलाइन तकनीकी सहायता धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। उसने शेल कंपनियां बनाकर अमेरिकियों से टेक सपोर्ट स्कैम के जरिए चोरी किए गए लाखों डॉलर को भारत और अन्य देशों में ट्रांसफर किया था। अमेरिकी अदालत ने उसे 2022 में छह साल की जेल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद सीबीआई ने लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उसे भारत लाने में सफलता प्राप्त की।
चंदौक को अब भारत में अदालत में पेश किया जाएगा और उसकी कस्टडी की मांग की जाएगी। सीबीआई ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर यह ऑपरेशन अंजाम दिया, जिससे भारत में चल रहे साइबर फ्रॉड के मामलों में उससे पूछताछ की जा सके। जांच में सामने आया है कि चंदौक कैलिफोर्निया में लंबे समय तक एक अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा था और उसने ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए सैकड़ों लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है।
चंदौक पर भारत में भी कई साइबर अपराधों में संलिप्त रहने का आरोप है। खास तौर पर वह बुजुर्गों को निशाना बनाकर उनकी जीवनभर की कमाई ठग लेता था। अमेरिका में भी उसने इसी तरह की धोखाधड़ी के जरिए लाखों डॉलर की ठगी की थी। उसकी गिरफ्तारी भारत में साइबर अपराध के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।