लखनऊ, 5 जून 2025:
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं सांसद चंद्रशेखर आजाद का नाम लिए बिना उन पर
हमला बोला। उन्होंने गुरुवार को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कुछ अवसरवादी और स्वार्थी तत्व कांशीराम और उनके नाम का दुरुपयोग कर दलितों को गुमराह कर रहे हैं।
मायावती ने कहा कि ऐसे लोगों को सत्ता और विपक्ष में बैठी जातिवादी पार्टियां पर्दे के पीछे से “मैनेज” कर रही हैं। इनके जरिये नई पार्टियां व संगठन खड़े कर दलित समाज के वोटों को बांटने की साजिश रच रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि ये लोग सचमुच कांशीराम के मिशन को आगे बढ़ाना चाहते, तो वे बसपा से जुड़ते, न कि विरोधी पार्टियों के इशारे पर अलग संगठन बनाते।
EVM पर निशाना, बैलेट-पेपर से चुनाव कराने की मांग
बसपा सुप्रीमो ने एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि जातिवादी ताकतें ईवीएम में धांधली कर बसपा उम्मीदवारों को हराने का षड्यंत्र रच रही हैं। उन्होंने कहा कि ईवीएम के बजाय बैलेट-पेपर से चुनाव कराने की मांग अब विपक्षी दल भी कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश के पूंजीपति अब अपनी संपत्ति विदेशों में निवेश कर रहे हैं, जिससे देश में गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा और आर्थिक अस्थिरता जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया ये संदेश
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से निराश न होने की अपील करते हुए कहा कि सत्ता परिवर्तन के बाद बैलेट पेपर से चुनाव संभव है। मायावती ने देश की वर्तमान राजनीति पर भी चिंता जताई और कहा कि द्वेष, संकीर्णता और मुकदमेबाजी की राजनीति ने जनता को निराश किया है।