
संत कबीर नगर, 30 अक्टूबर 2024:
भारत तिब्बत समन्वय संघ (बीटीएसएस) ने दीपावली के अवसर पर चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर स्वदेशी अपनाने का एक विशेष अभियान शुरू किया है।
तिब्बत की स्वतंत्रता और कैलाश मानसरोवर की मुक्ति के लिए समर्पित यह संगठन देशभर में लोगों को चीनी वस्त्रों और सजावट से दूरी बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है। इस अभियान के अंतर्गत, बीटीएसएस के सदस्य सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर संदेश साझा कर रहे हैं, जिसमें स्थानीय कुम्हारों द्वारा तैयार मिट्टी के दीयों और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों को अपनाने की अपील की जा रही है।

बीटीएसएस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामकुमार सिंह ने अपने वक्तव्य में बताया कि स्थानीय कुम्हारों की वस्तुएं अपनाने से न केवल रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, बल्कि हम चीन की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि चीन के उत्पाद खरीदकर हम उनकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं, जिसका उपयोग वे हमारी सीमाओं पर षड्यंत्र रचने में करते हैं, जिससे हमारे सैनिकों और देश को हानि उठानी पड़ती है।
यह अभियान देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर और संत कबीर नगर से होते हुए दिल्ली तक जोश और उमंग के साथ फैल रहा है।
राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. सोनी सिंह, संध्या सिंह, कैलाश मानसरोवर मुक्ति महासंकल्प पत्र अभियान के संयोजक श्रीकांत मणि त्रिपाठी, युवा विभाग की महामंत्री अनीता जय सिंह, कुणाल यादव, राजेश सोनी और छत्तीसगढ़ से बाबू लाल गोयल सहित कई प्रमुख लोग इस अभियान में जुटे हैं।
साथ ही, जयपुर की बाल विभाग टीम और द्वारिका सोसाइटी के दुर्गा सप्तशती फाउंडेशन ने भी प्रेरणादायक वीडियो बनाकर लोगों को स्वदेशी अपनाने का संदेश दिया है।
इस दीपावली, बीटीएसएस का यह अभियान लोगों को अपने देश के उत्पादों को अपनाने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहयोग देने के लिए प्रेरित कर रहा है।