
लखनऊ, 8 जुलाई 2025
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने अवैध धर्मांतरण और लड़कियों को निशाना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के लिए फांसी की सजा की मांग की है। उन्होंने इस मामले को “सुनियोजित साजिश” करार देते हुए कहा कि समाज में बेटियों को इस तरह की जहरीली विचारधारा की प्रयोगशाला नहीं बनने दिया जा सकता।
सोमवार को जारी अपने बयान में बबीता चौहान ने कहा कि जो लोग लड़कियों को धोखा देते हैं, उनके विश्वास को रौंदते हैं, वे समाज के दुश्मन हैं और ऐसे अपराधियों को मौत की सजा से कम कुछ नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए कड़े कानून बनाए हैं, अब वक्त है कि समाज भी इस पर खुलकर आवाज उठाए।
अधिकारियों के मुताबिक छांगुर बाबा पर कई समुदायों की लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराने के आरोप हैं। बताया गया कि वह धर्मांतरण के लिए ‘रेट लिस्ट’ जैसी साजिश का मास्टरमाइंड था। मामले के खुलासे के बाद प्रदेशभर में रोष फैल गया है।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने राज्य की महिलाओं से ऐसी साजिशों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की अपील की है। उन्होंने जबरन धर्मांतरण को अक्षम्य अपराध बताते हुए कहा कि यह सिर्फ एक कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि हमारी बेटियों की स्वतंत्रता और अस्तित्व पर हमला है।
बलरामपुर के मधपुर का निवासी छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को यूपी एटीएस ने कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था। बाबा पर गैर-जमानती वारंट जारी था और उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। महिला आयोग ने इस गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता मानते हुए इसे अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कार्रवाई में मील का पत्थर बताया है।






