
नई दिल्ली, 10 जुलाई 2025
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भारतीय सीमा पर ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन द्वारा बनाई जा रही विशाल जलविद्युत परियोजना पर सनसनीखेज टिप्पणी की है। बीते बुधवार 9 जुलाई को राष्ट्रीय समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में, उन्होंने ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन द्वारा बनाए जा रहे विशाल बांध को भारत के लिए ‘बम की तरह पानी’ बताया। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि यह परियोजना निचले इलाकों में बसे अरुणाचल प्रदेश और असम के लोगों के अस्तित्व के लिए खतरा पैदा कर रही है।
सीएम ने कहा कि चीन का अंतरराष्ट्रीय जल बंटवारा समझौते का हिस्सा बनने से इनकार इस परियोजना को और भी चिंताजनक बनाता है। चीन पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता क्योंकि आप कभी नहीं जानते कि देश कैसा होगा। उन्होंने यह भी संदेह जताया कि चीन इस परियोजना का इस्तेमाल एक तरह के जल बम के रूप में कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर चीन ने अंतरराष्ट्रीय जल बंटवारा समझौतों पर हस्ताक्षर किए होते, तो यह बांध अरुणाचल, असम और बांग्लादेश में मानसून की बाढ़ को रोक सकता था। लेकिन ऐसे समझौतों के बिना, जोखिम गंभीर होंगे।
उन्होंने चिंता जताई कि अगर चीन इस बांध से एक साथ पानी छोड़ता है, तो हमारी पूरी सियांग पट्टी तबाह हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अरुणाचल सरकार ने केंद्र सरकार के सहयोग से सियांग अपर बहुउद्देशीय परियोजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि अगर यह परियोजना समय पर पूरी हो जाती है, तो इससे पानी का भंडारण और बाढ़ पर नियंत्रण हो सकता है।
चीन ने इस विशाल बांध परियोजना का निर्माण पहले ही शुरू कर दिया है। लेकिन उन्होंने कहा कि उसने भारत को इस परियोजना से संबंधित कोई विवरण नहीं दिया है। उन्होंने चिंता जताई कि अगर यह बांध पूरा हो जाता है, तो भारत में सियांग और ब्रह्मपुत्र नदियों के रेगिस्तान में बदल जाने का खतरा है।