
अमित मिश्र
चित्रकूट, 2 अप्रैल 2025:
संसद में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को पारित कराने की कामना को लेकर चित्रकूट के प्रसिद्ध कामदगिरि पर्वत तलहटी में स्थित कामतानाथ मंदिर में साधु-संतों ने विशेष हवन-पूजन किया। संत समाज का कहना है कि वर्तमान वक्फ कानून का व्यापक दुरुपयोग हो रहा है, जिसके चलते न सिर्फ हिन्दुओं के धर्मस्थलों पर दावा ठोका जा रहा है, बल्कि कुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों तक को नहीं बख्शा जा रहा।
संतों ने आरोप लगाया कि वक्फ बोर्ड की मनमानी के कारण कई धर्मस्थलों, सार्वजनिक भूमि और यहां तक कि गरीब मुस्लिमों की संपत्तियां भी हड़पी जा रही हैं। उनका कहना है कि इस कानून में संशोधन बेहद जरूरी है ताकि इसकी सीमाएं तय की जा सकें और इसके दुरुपयोग पर रोक लग सके।
धर्मनगरी चित्रकूट में हो रहे इस विशेष अनुष्ठान के दौरान संतों ने भगवान से प्रार्थना की कि संसद में यह विधेयक पारित हो और इसमें ऐसे बदलाव किए जाएं जो सभी के लिए न्यायसंगत हों। हवन-पूजन के दौरान संतों ने कहा कि यह कानून अगर सही रूप में संशोधित नहीं किया गया तो आने वाले समय में और विवाद उत्पन्न हो सकते हैं।
वहीं, संसद में वक्फ बोर्ड संशोधन कानून को लेकर देशभर में चर्चा जारी है। इस कानून को लेकर कई स्थानों पर विरोध भी देखने को मिल रहा है, जबकि हिंदू संगठनों और संत समाज द्वारा इसके समर्थन में आवाज बुलंद की जा रही है। साधु-संतों का मानना है कि यदि यह संशोधित कानून लागू हो जाता है तो अनावश्यक दावों पर लगाम लगेगी और धर्मस्थलों की पवित्रता बनी रहेगी।
अब सबकी निगाहें इस बिल पर हैं, जो न सिर्फ संसद में चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि धार्मिक और सामाजिक स्तर पर भी गहरी बहस को जन्म दे चुका है।






