धराली, 6 अगस्त 2025
उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली गाँव में आई बाढ़ में राहत अभियान में शामिल सेना के 11 जवान भी लापता हो गए हैं। गौरतलब है कि मंगलवार शाम को हर्षिल इलाके में बादल फटने से आई बाढ़ में सेना के 11 जवान लापता हो गए थे। भारतीय सेना ने खुलासा किया है कि ये जवान निचले हर्षिल इलाके में एक सैन्य शिविर के पास लापता हुए थे।
गंगोत्री जाते समय यमुनोत्री के दर्शन के बाद, चार धाम यात्रा का दूसरा पड़ाव गंगोत्री धाम है। यमुनोत्री से गंगोत्री धाम की दूरी लगभग 220 किलोमीटर है। लेकिन वहाँ पहुँचने के लिए पैदल चलने की ज़रूरत नहीं है। गंगोत्री धाम तक सड़क मार्ग से वाहनों द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि यदि भक्त गंगोत्री धाम में भगवान के दर्शन करते हैं, तो उनके सभी पाप धुल जाते हैं। धराली वह स्थान है जहाँ भक्त गंगोत्री जाते समय अधिकतर रुकते हैं।
यह धराली मंगलवार को बिजली की गति से उमड़ी। गाँव के गाँव बाढ़ में बह गए। वहाँ के होटल और घर नाम-ओ-निशान तक नहीं रहे। सोमवार रात बेहद सुहावना दिखने वाला यह इलाका मंगलवार शाम बाढ़ में बहते घरों और होटलों का गवाह बना। गंगोत्री-यमुनोत्री जाने वाले श्रद्धालुओं को दिन की सीमा खत्म होने के बाद टिहरी, चंबा और उत्तरकाशी में रोक दिया गया है।
इन कस्बों में एक साथ 20 से 30 हज़ार लोग रह सकते हैं। यहाँ होटल और होम स्टे की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यह धराली उत्तरकाशी में श्रद्धालुओं के ठहरने का स्थान है। भारतीय जवान बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए जी-जान से जुटे हैं। बाढ़ के साथ-साथ भारी बारिश भी बचाव कार्यों में बाधा बन रही है। एसडीआरएफ की टीम ने 80 लोगों को बचाया है।