वाराणसी, 28 सितंबर:
अंशुल मौर्य,
पौराणिक कथाओं व मंदिरों की भी बनाई जाएगी आकृति, निःशुल्क दी जाएगी विदेशी मेहमानों को
विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर पर्यटन विभाग के सहयोग से गंगा घाट श्रृंखला पर बनी टाई का अनावरण आयुर्वेद कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डा.अजय कुमार ने किया। सभी टाई बनारसी सिल्क से बनी हैं और टाई के ऊपर हाथ से केमिकल रहित रंगों से गंगा घाटों को बहुत बारीकी से उकेरा गया है। पहले सिल्क कपड़ा कारीगर से खरीदा जाता है, फिर दूसरा कारीगर उस कपड़े से टाई बनाता है।
उसके बाद उस पर हाथ से गंगा घाटों की आकृति को उकेरा गया है। वाराणसी की अंतरराष्ट्रीय डिजाइनर आकांक्षा सिंह ने टाई पर गंगा घाट को चित्रित किया है। इनका उद्देश्य है कि अधिक से अधिक देशी-विदेशी पर्यटक वाराणसी आएं और गंगा घाटों की अलौकिक छटा देखें। यदि टाई पर उन्हें गंगा की लहरें व घाटों के अद्भुत दृश्य दिखेंगे तो वे निश्चित तौर पर रोमांचित होंगे।
चित्रकार आकांक्षा ने बताया कि एक टाई पर गंगा व घाटों का दृश्य उकेरने में कई-कई घंटे का समय लग जाता है। एक टाई बनाने की लागत भी तकरीबन दो हजार रुपये आती है। बताया कि पर्यटन विभाग के सहयोग से इस टाई को विदेशी मेहमानों को मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा। इतना ही नहीं पर्यटन विभाग के सहयोग से आकांक्षा सिंह पौराणिक कथाओं और बनारस के मंदिरों की थीम पर भी टाई बनाएंगी। इससे पहले वह पेरिस ओलंपिक की थीम पर भी टाई बना चुकी हैं, जिसकी प्रशंसा ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के वरिष्ठ सदस्य ललित उपाध्याय भी कर चुके हैं।