देहरादून, 13 दिसंबर 2025:
उत्तराखंड के रुद्रपुर में आयोजित कुमाऊं उदय सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली विभूतियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तराई क्षेत्र के समग्र विकास को लेकर सरकार की उपलब्धियों और भावी योजनाओं का खाका प्रस्तुत किया।
सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड अपने रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इस दौरान राज्य में विकास के कई ऐतिहासिक कार्य किए गए हैं। रुद्रपुर और आसपास के क्षेत्रों में सड़क, रेल, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए बड़े स्तर पर कार्य हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि रुद्रपुर को खटीमा-टनकपुर एवं गदरपुर-जसपुर से जोड़ने वाली चार लेन सड़कों का निर्माण प्रगति पर है। इससे आवागमन सुगम होगा और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 55 करोड़ रुपये की लागत से मानूनगर-गदरपुर से दिनेशपुर-मटकोटा होते हुए सीधे हल्द्वानी को जोड़ने वाले मोटर मार्ग के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही रुद्रपुर रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण, नई सिग्नल लाइनों की स्थापना और दो नए रेल ओवरब्रिज के निर्माण से क्षेत्र की कनेक्टिविटी और अधिक मजबूत होगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए रुद्रपुर के मास्टर ड्रेनेज प्लान को मंजूरी दी गई है। सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पिंक टॉयलेट्स का निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है।
स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाए जा रहे कदमों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रुद्रपुर में 15 करोड़ रुपये की लागत से उत्तराखंड का पहला कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट स्थापित किया जा रहा है। साथ ही 17 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक कूड़ा प्रबंधन प्लांट भी कार्यरत है, जिससे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को नई दिशा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने उधमसिंह नगर जनपद की बड़ी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि किच्छा में 351 करोड़ रुपये की लागत से 100 एकड़ भूमि पर एम्स ऋषिकेश का सैटेलाइट सेंटर निर्माणाधीन है। इसके अलावा पंतनगर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे के निर्माण से क्षेत्र को वैश्विक पहचान मिलेगी। जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना के पुनः प्रारंभ होने से तराई क्षेत्र में पेयजल और सिंचाई की समस्या का स्थायी समाधान होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि गन्ना किसानों की आय बढ़ाने के लिए गन्ने के समर्थन मूल्य में 30 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। उन्होंने दोहराया कि सरकार अपने विकल्प रहित संकल्प के साथ तराई क्षेत्र को आधुनिक, समृद्ध और विकसित बनाने के लिए निरंतर कार्य करती रहेगी। इस अवसर पर विधायक शिव अरोरा, मेयर विकास शर्मा, अपर सचिव मुख्यमंत्री बंशीधर तिवारी, डीएम नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।






