
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 17 अगस्त 2025 :
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार के दिन गोरखपुर को स्वास्थ्य व ऊर्जा क्षेत्र में खास तोहफे दिए। सीएम ने यहां अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रीजेंसी हॉस्पिटल का उद्घाटन किया वहीं यूपी के पहले ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का भी शुभारंभ किया। इस मौके पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि पहले चेहरा देखकर लाभ दिया जाता था अब बिना भेदभाव काम हो रहा है। जो सरकार प्रदेश के हर गरीब के साथ खड़ी हो वही सरकार है।
सीएम ने रविवार को पहले मेडिकल कालेज रोड पर गुलरिहा में बने अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रीजेंसी हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। इसके बाद शाम को खानिमपुर में स्थापित ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने दोनों जगह हुए समारोह में सरकार की उपलब्धियों और प्राथमिकताओं पर चर्चा कर विपक्षियों पर वार भी किया। सीएम ने कहा कि हमने गरीबों के उपचार के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से 1 वर्ष में 1,100 करोड़ उपलब्ध करवाए हैं। पहले चेहरा देखकर लाभ दिया जाता था। जो गरीब के साथ खड़ी हो वही सरकार है। बिना भेदभाव सबको सुविधा दे वही सरकार है।
अत्याधुनिक हॉस्पिटल से पांच करोड़ की आबादी को मिलेगा लाभ
सीएम ने रीजेंसी हॉस्पिटल का जिक्र करते हुए कहा कि 260 बेड का आधुनिक सुविधाओं से युक्त मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसमें एक छत के नीचे 7-8 सुपर स्पेशियलिटी की व्यवस्था उपलब्ध होगी। ओटी में इन्फेक्शन की आशंका जीरो है। 80 बेड का ICU है। पूरे हॉस्पिटल में उन सभी सावधानियों का ध्यान रखा गया है, जिनको लेकर इन्फेक्शन फैलता है। हॉस्पिटल इलाज का माध्यम है, लेकिन सतर्कता नहीं बरती तो इन्फेक्शन का माध्यम भी बनता है। वह मरीजों के लिए जानलेवा बनता है। इस हॉस्पिटल से पांच करोड़ की आबादी के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। रीजेंसी हॉस्पिटल ने कानपुर से यात्रा शुरू की है। आज से 11 साल पहले स्थिति यह थी कि स्वास्थ्य केंद्र ही नहीं थे। पूर्वी उत्तर प्रदेश में BRD मेडिकल कॉलेज था, वह भी बीमार था। आज यहां की व्यवस्था देखिए। एम्स भी हो गया है। हर जिले में मेडिकल कॉलेज खुल रहा है। आज उत्तर प्रदेश में हम लोग 5.50 करोड़ लोगों को 5 लाख की ‘आयुष्मान भारत’ की सुविधा का लाभ प्रदान कर रहे हैं।

ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट घर-घर देगा सस्ती गैस व सिलेंडर ढोने से मुक्ति
आज प्रकृति और मनुष्य के स्वास्थ्य पर जो विपरीत असर पड़ा है, इसका मुख्य कारण है पर्यावरण के साथ खिलवाड़ और खेती में केमिकल का उपयोग।
दुनिया के अंदर सबसे अच्छा जल संसाधन किसी एक राज्य में है तो वह आपके राज्य उत्तर प्रदेश में है। पर्यावरण की रक्षा करनी है तो खेती को हमें फर्टिलाइजर, केमिकल से मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़ना होगा। हम प्राकृतिक गो-आधारित खेती की तरफ जाएं। गोमाता की भी रक्षा होगी और आपकी खेती विषैली होने से बच जाएगी। जब पहली बार मोबाइल आया था तो कॉल पर 16 रुपये चार्ज लगता था, लेकिन आज कॉल फ्री हो गई है। आने वाले समय में ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट से गैस के दाम बहुत कम हो जाएंगे और घर-घर तक कनेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा। सिलेंडर ढोने की भी जरूरत नहीं होगी।
हर साल 500 टन कार्बन उत्सर्जन रोकेगा प्लांट
आज प्रदेश के अंदर एलईडी स्ट्रीट लाइट के माध्यम से ऊर्जा की खपत को कम करने के साथ ही कार्बन उत्सर्जन को कम किया गया है। खानिमपुर में स्थापित ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट समूह का एक पायलट प्रोजेक्ट है। यहां प्राकृतिक गैस से दो प्रतिशत ग्रीन हाइड्रोजन बनाया जाएगा। इसका इस्तेमाल वाहन, रसोई गैस ईंधन की गुणवत्ता बढ़ाने में किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में प्राकृतिक गैस के साथ दो प्रतिशत ग्रीन हाइड्रोजन का मिश्रण किया जाएगा। यह ग्रीन हाइड्रोजन गेल की पाइपलाइन में भी मिलाया जाएगा। इस प्लांट से हर साल 72 टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन होगा। इससे हर वर्ष पांच सौ टन कार्बन उत्सर्जन को रोका जा सकेगा। इससे प्रदूषण में कमी आएगी।






