लखनऊ, 24 फरवरी 2025:
यूपी की विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के पांचवें दिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को जमकर खरी खोटी सुनाई। महाकुंभ पर रवैये को लेकर उन्होंने उनकी ही सरकार की नाकामियों को गिनाया वहीं बदले हुए प्रदेश की तस्वीर भी सामने रखी।
सपा ने नॉन सनातनी को बनाया था कुंभ का प्रभारी
राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर बोल रहे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपके समय सीएम को फुर्सत नहीं थी इसलिए एक नॉन सनातनी को प्रभारी बनाया दिया। इसलिये श्रद्धालुओं को अव्यवस्था और करप्शन देखने को मिला। आज महाकुम्भ में अगर विश्वस्तरीय सुविधा नहीं होती तो अब तक 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु उस महाकुम्भ के आयोजन का हिस्सा नहीं बन पाते।
सुअरों को गंदगी मिली, आस्थावान को पुण्य मिला
सीएम ने सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि किसी ने सच कहा है कि महाकुम्भ में जिसने जो तलाशा, उसको वह मिला। गिद्धों को केवल लाश मिली, सूअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्थावान को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली,भक्तों को भगवान मिले। वहां न जाति का भेद है, न क्षेत्र का भेद है, न मत और मजहब का भेद है, न गरीब-अमीर का भेद है, सारे लोग एक घाट पर स्नान कर रहे हैं।
हमने आस्था से खिलवाड़ नहीं किया,यूपी के लोगों का सम्मान बढ़ा
सीएम ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन और अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के बाद यूपी के निवासी जहां कहीं भी जाते हैं, उन्हें सम्मान मिलता है। आपने कहा कि हम बुद्ध को नहीं मानते हैं।मैं बुद्ध को भी मानता हूं, जैन को भी मानता हूं। सिख परंपरा के प्रति भी हमारे मन में वही सम्मान का भाव है। हमने समाजवादी पार्टी की तरह आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं किया।
संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं और व्यवहार असंवैधानिक
सीएम योगी बोले समाजवादी’ कब से बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी को सम्मान देने लगे। आप लोगों ने तो बाबा साहब के नाम पर बने कन्नौज मेडिकल कॉलेज का नाम ही बदल दिया था। समाजवादी पार्टी के आचरण से सभ्य समाज हमेशा व्यथित रहा है। समाजवादी पार्टी दुर्योधन की ही प्रतिमा लगवा सकती है, उनकी सोच भी वैसी ही है। संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के प्रति व्यवहार क्या करते हैं क्या वो संवैधानिक है।
65 करोड़ पार होगी श्रद्धालुओं की संख्या
सीएम ने कहा कि पहली बार उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम 74 देशों के लोग जिस आयोजन के हिस्सेदार बन रहे हों, कई देशों के मंत्री जिस आयोजन का हिस्सा बन रहे हों…क्या यह वैश्विक आयोजन नहीं है। वैश्विक आयोजन का मतलब है, दुनिया आए और देखे। जो महाकुम्भ में आ रहा है, वह अभिभूत होकर जा रहा है। अभी 2 दिन के बाद 26 फरवरी को महाशिवरात्रि है। मेरा अनुमान है कि महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की संख्या 65 करोड़ से पार होगी।
तीन साल में गरीबी रेखा से मुक्त होगा यूपी
सीएम ने कहा कि महाकुंभ का प्रसाद सबको मिलना चाहिए इसलिए हमने तय किया है कि हर व्यक्ति का जीवन स्तर इतना उठाएंगे कि आने वाले तीन साल में प्रदेश गरीबी रेखा से मुक्त हो जाएगा। लाखों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आ रहे हैं। हम लोगों ने अब तक 16 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारा है जिससे कि 60 लाख युवाओं को रोजगार मिला है। ये डबल इंजन की सरकार का ही परिणाम है कि आज दुनिया भर के देश यूपी में निवेश के लिए आ रहे हैं।