
गोरखपुर, 9 जुलाई 2025:
‘एक पेड़ मां के नाम’ पौधरोपण महाअभियान के तहत सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या और आजमगढ़ के बाद बुधवार को अपने गृह जनपद गोरखपुर पहुंचे। खाद कारखाना से सटे चिलुआताल के किनारे हरिशंकरी (पीपल, बरगद, पाकड़) पौधे लगाकर पवित्र धारा वन की स्थापना की। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण, विकास योजनाओं और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर विपक्ष, विशेषकर सपा पर तीखा हमला बोला।
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सपा सरकार पर योजनाओं में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में योजनाओं के नाम पर जमकर लूट मची थी। उदाहरण स्वरूप उन्होंने बताया कि सपा सरकार ने 341 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए 15200 करोड़ रुपये में टेंडर जारी किया, जबकि भाजपा सरकार ने उसकी चौड़ाई बढ़ाकर 120 मीटर करते हुए मात्र 11800 करोड़ में निर्माण कार्य कराया।
जेपीएनआईसी (जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर) परियोजना को लेकर भी उन्होंने सपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मात्र 200 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना पर मार्च 2017 तक 860 करोड़ रुपये खर्च हो चुके थे और कार्य अभी अधूरा था, जिसकी जांच अब सीबीआई कर रही है। बिना किसी नेता का नाम लिए कहा कि लूट और भ्रष्टाचार उजागर होने से ‘बबुआ’ बौखला गए हैं।
सीएम योगी ने कहा, “जो लोग आज सवाल उठा रहे हैं, उन्हें जब अवसर मिला तब उन्होंने सिर्फ लूटपाट और परिवारवाद को बढ़ावा दिया। सपा, कांग्रेस और बसपा की सरकारों ने प्रदेश को माफियाराज में झोंक दिया था।” उन्होंने आरोप लगाया कि पहले वन माफिया जंगल काटते थे, खनन माफिया अवैध खनन कराते थे और भू-माफिया गरीबों की जमीनें हड़पते थे। अब भाजपा सरकार ने जीरो टॉलरेंस नीति अपनाकर माफियाराज पर नकेल कसी है।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में पौधरोपण अभियान की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए इसे “वर्तमान को संजोने और भविष्य को सुरक्षित करने का माध्यम” बताया। उन्होंने कहा कि 2017 तक सिर्फ 26 करोड़ पौधे लगाए गए थे, जिनका कोई अता-पता नहीं था। जबकि भाजपा सरकार के कार्यकाल में अब तक 204 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं, जिनमें से 75 प्रतिशत जीवित हैं। उन्होंने जलवायु परिवर्तन और मौसम चक्र में आ रहे बदलावों के प्रति लोगों को आगाह करते हुए अधिक से अधिक पौधरोपण की अपील की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पौधरोपण केवल पर्यावरण संरक्षण नहीं, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने का भी माध्यम बन रहा है। उन्होंने कार्बन क्रेडिट योजना का उल्लेख करते हुए बताया कि पेड़ों के संरक्षण के आधार पर किसानों को प्रति कार्बन क्रेडिट 6 डॉलर की दर से भुगतान किया जा रहा है। अब तक 25 हजार किसानों को 32 लाख रुपये से अधिक का भुगतान हो चुका है। इस बार 42 लाख रुपये वितरित किए जा रहे हैं।
उन्होंने चिलुआताल के सौंदर्यीकरण को रामगढ़ताल की तर्ज पर कराने की घोषणा भी की। कहा कि यह क्षेत्र भी जल्द ही पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनेगा। कार्यक्रम के दौरान जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में 2017 के बाद से प्रदेश में 5 लाख एकड़ भूमि पर रिकॉर्ड पौधरोपण हुआ है। उन्होंने बुंदेलखंड का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के पर्यावरण में सुधार हुआ है। गर्मी के मौसम में भी पानी की किल्लत नहीं होती।
सीएम ने जीरो पॉवर्टी स्कीम के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के 10 लाभार्थियों को पौधे भेंट कर उनके रोपण व संरक्षण का आह्वान किया।कार्यक्रम में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना, राज्य मंत्री डॉ. केपी मलिक, सांसद रवि किशन, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव सहित भाजपा नेता और अन्य लोग उपस्थित रहे।






