गोरखपुर, 29 नवंबर 2025:
गोरखपुर प्रवास के दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के स्थापना दिवस कार्यक्रम में 408 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस दौरान नाइलिट सेंटर से कौशल प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को सीएम ने प्रमाणपत्र भी वितरित किए और तीन दिवसीय यूपी स्टेट ट्रेड शो का शुभारंभ किया।
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि 36 वर्ष पहले स्थापित गीडा लंबे समय तक अव्यवस्था, धरना-प्रदर्शनों और गोलीकांडों का केंद्र बना रहा। 1989 से 1998 के बीच औद्योगिक गतिविधियां लगभग ठप थीं। सरकारों के विजन की कमी ने गोरखपुर का खाद कारखाना तक बंद करा दिया।

योगी ने पूर्व सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 8 साल पहले प्रदेश में जातिवाद, भाषाई विभाजन और तुष्टीकरण की राजनीति हावी थी। उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी चरम पर थी। व्यापारियों की प्रॉपर्टी कब्जाई जाती थी। गरीबों की जमीनें छीनी जाती थीं। डबल इंजन की सरकार आने के बाद ऐसे कब्जाधारियों की कमर सीधी कर दी। जहां माफिया थे अब वहां कारखाने खड़े हो रहे हैं।
इंसेफ्लाइटिस पर नियंत्रण, 40 हजार युवाओं को रोजगार
सीएम योगी ने कहा कि पूर्वी यूपी में बच्चों के लिए भय बन चुके इंसेफ्लाइटिस पर नियंत्रण प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में संभव हुआ। उन्होंने बताया कि केवल गीडा ने ही करीब 40 हजार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है। यह प्रदेश के बदलाव का प्रमाण है।
खिचड़ी मेले की तैयारियां तेज करने के निर्देश
इससे पहले सीएम ने गोरखनाथ मंदिर में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने आगामी मकर संक्रांति पर लगने वाले विश्व-प्रसिद्ध खिचड़ी मेले की तैयारियों को 20 दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह मेला न सिर्फ पूर्वी यूपी बल्कि बिहार, नेपाल और दुनियाभर के करोड़ों सनातन श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा है, इसलिए सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।







