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Law University का दीक्षांत समारोह: 21 मेधावियों को पदक व 309 को डिग्रियां, CM योगी ने दी ये नसीहत

डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में आयोजन, बीए-एलएलबी (ऑनर्स), एलएलएम (वन ईयर), पीजीडीसीएल और पीजीडीआईपीआर पाठ्यक्रमों के सफल विद्यार्थी सम्मानित

लखनऊ, 2 नवंबर 2025:

यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (आरएमएलएनएलयू) में रविवार को आयोजित चौथे दीक्षांत समारोह में बीए-एलएलबी (ऑनर्स), एलएलएम (वन ईयर), पीजीडीसीएल और पीजीडीआईपीआर पाठ्यक्रमों के सफल विद्यार्थियों को 309 उपाधियां प्रदान की गईं। इसके साथ 21 मेधावियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदकों से सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रीम कोर्ट के अगले चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति सूर्यकांत, विशेष अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, न्यायमूर्ति विक्रम नाथ तथा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अमरपाल सिंह उपस्थित रहे।

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CM Yogi at Law University Convocation

योगी बोले… मजबूत न्याय व्यवस्था ही सुशासन का आधार

सीएम योगी आदित्यनाथ ने उपाधि पाने वाले छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि “मजबूत न्याय व्यवस्था ही सुशासन का आधार है।” उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था आवश्यक है जिसमें किसी के साथ भेदभाव न हो और हर व्यक्ति को उसकी योग्यता के अनुरूप अवसर मिले।

मुकदमे में जीत या हार से अधिक महत्वपूर्ण है न्याय : जस्टिस सूर्यकांत

मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने विधि स्नातकों को संबोधित करते हुए कहा कि “किसी भी मुकदमे में जीत या हार से अधिक महत्वपूर्ण है न्याय का मिलना।” उन्होंने विद्यार्थियों को आत्ममंथन की आदत डालने और अतिआत्मविश्वास से बचने की सलाह दी। उन्होंने साझा किया कि एक बार अतिआत्मविश्वास के कारण वे एक केस हार गए थे, जिसके बाद से उन्होंने नोटबुक में अपनी गलतियां दर्ज करना शुरू किया।

ईमानदारी, मेहनत व खुशमिजाजी है सफलता की कुंजी : जस्टिस विक्रम नाथ

न्यायमूर्ति विक्रम नाथ ने अपने संबोधन में कहा कि ईमानदारी, मेहनत और खुशमिजाजी ये तीन गुण जीवन में सफलता की कुंजी हैं। समारोह में न्यायमूर्ति अरुण भंसाली, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, विधायक राजेश्वर सिंह और विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य भी उपस्थित रहे।

इन मेधावियों को मिले स्वर्ण पदक

इस अवसर पर विशेष स्मृति पदक भी प्रदान किए गए, जिनमें कराधान विधि, आपराधिक विधि और संवैधानिक विधि में सर्वोच्च अंक पाने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। दर्शिका पांडेय को तीन पदक मिले। उन्हें स्व. पद्मावती मोहनलाल जरीवाला स्वर्ण पदक (संवैधानिक विधि में सर्वोच्च अंक), वीरेंद्र भाटिया स्वर्ण पदक (स्टूडेंट ऑफ द ईयर) व बीए-एलएलबी कांस्य पदक और
अभ्युदय प्रताप को दो स्वर्ण पदक बीए-एलएलबी (ऑनर्स) स्वर्ण पदक व केके लूथरा मेमोरियल स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।

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