
देहरादून, 16 मई,2025:
कैंची धाम में श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन और आसपास के क्षेत्र को यातायात के भारी दबाव से छुटकारा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का प्रयास रंग लाया है। केंद्रीय मंत्रालय ने यहां 19 किमी लम्बे बाईपास निर्माण के लिए वन भूमि हस्तांतरण प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब यहां जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
सीएम ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात कर किया था आग्रह
कैंची धाम में प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत यातायात की सुगमता के लिये मुख्यमंत्री द्वारा यहां बाईपास निर्माण की घोषणा की गई थी साथ ही वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृति के लिये पिछले सप्ताह केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री से भेट कर इनकी स्वीकृति का अनुरोध किया था। सरकार ने कैंची धाम के आसपास एनएच 109 ई में वाहनों के भारी दबाव व जाम के मद्देनजर सुगम व सुरक्षित यातायात के लिए वर्ष 2023 में कैंचीधाम बाई पास मोटर मार्ग निर्माण की घोषणा की गयी थी।
बाईपास मार्ग के प्रथम आठ किमी क्षेत्र का चल रहा निर्माण, अवशेष हिस्से में आ रही थी वन भूमि
19 किमी लम्बे कैंची धाम बाईपास पर शिप्रा नदी पर एक सेतु का भी निर्माण किया जाना है। जिसके प्रथम आठ किमी के निर्माण/चौड़ीकरण डामरीकरण के लिए 1214.71 लाख की धनराशि भी लोक निर्माण विभाग को उपलब्ध करायी गयी है। मार्ग का निर्माण कार्य प्रगति पर है। बाकी 11 किमी मार्ग में वन भूमि आने के कारण वन भूमि प्रस्ताव ऑनलाइन गठित कर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार को वन भूमि हस्तान्तरण के लिए प्रेषित किया गया।
मंत्रालय ने हस्तांतरण पर दी सहमति, सीएम बोले क्षेत्रीय लोगों व पर्यटकों को मिलेगी सुविधा
मुख्यमंत्री द्वारा किये गये विशेष प्रयासों से गुरुवार को हुई REC की बैठक मे पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वन भूमि हस्तान्तरण की सहमति प्रदान कर दी गयी है। शीघ्र ही मार्ग निर्माण हेतु कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंची धाम बाईपास के लिए वन भूमि प्रस्ताव को सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने के बाद उक्त सड़क का तेजी से निर्माण किया जा सकेगा, जिससे क्षेत्रीय लोगों एवं पर्यटकों को आवाजाही में सुविधा मिलेगी साथ ही कैंची धाम और भवाली के पास लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी।






