
देहरादून,15 फरवरी 2025:
उत्तराखंड के हल्द्वानी – अन्तरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स स्टेडियम गोलापार में केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 38वें राष्ट्रीय खेलों का समापन समारोह भव्य आयोजन के साथ संपन्न हुआ। भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष श्रीमती पीटी. ऊषा द्वारा खेलों के समापन की घोषणा की गई। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले सर्विसेज, महाराष्ट्र और हरियाणा के खिलाड़ियों का सम्मान किया।
उत्तराखंड की खेल इंफ्रास्ट्रक्चर में क्रांतिकारी सुधार
केंद्रीय गृह मंत्री ने उत्तराखंड के चारों धामों के देवी-देवताओं को प्रणाम करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री धामी के नेतृत्व में राज्य के हर जिले में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने देवभूमि को राष्ट्रीय खेलों के नक्शे पर 25वें स्थान से 7वें स्थान तक पहुँचाया है। इस उपलब्धि को राज्य के विजेता खिलाड़ियों की मेहनत का परिणाम बताया गया।
पर्यावरण-अनुकूल पहल और रिकॉर्ड की उड़ान
समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री ने खेल आयोजन समिति एवं संबंधित संगठनों की प्रशंसा करते हुए बताया कि 38वें राष्ट्रीय खेलों में इको-फ्रेंडली प्रैक्टिसेज को धरातल पर उतारा गया है। खिलाड़ियों के नाम पर पौधारोपण, सोलर एनर्जी के उपयोग, ई-वाहनों के माध्यम से परिवहन और रीसाइकिल्ड सामग्री से तैयार खेल किट्स जैसी पहलों से न केवल खेल के माहौल को स्वच्छ बनाया गया बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों द्वारा कई नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किए गए हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय खेलों में भारत की पदक जीत की उम्मीद और भी बढ़ी है।
राष्ट्रीय खेलों का अगला पड़ाव: मेघालय और नॉर्थ ईस्ट का सन्देश
38वें राष्ट्रीय खेलों की मशाल अब मेघालय के लिए रवाना की जाएगी। मेघालय के मुख्यमंत्री श्री कॉनराड संगमा ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों में खेल आयोजन की पहल करके क्षेत्र में खेलों को आगे बढ़ाया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने मेघालय के मुख्यमंत्री को आगामी राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी।
खेलों में हार नहीं, जीत का जज्बा
केंद्रीय गृह मंत्री ने खिलाड़ियों से कहा कि हार और जीत का खेल से मतलब नहीं है। हार से सीख लेकर अगली बार बेहतर प्रदर्शन करने का संदेश देते हुए कहा कि सफलता सिर्फ शारीरिक क्षमता से नहीं बल्कि दृढ़ निश्चय, मजबूत मन और अथक परिश्रम से प्राप्त होती है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसी पहलों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि देश के खेलों का भविष्य उज्ज्वल है।
विशाल आयोजन और राष्ट्रीय गौरव
राष्ट्रीय खेलों में देशभर से 16 हजार से अधिक एथलीट्स ने 35 खेल विधाओं में भाग लिया और कुल 448 स्वर्ण, 448 रजत तथा 594 कांस्य पदक जीते गए। पारंपरिक खेलों जैसे योग और मलखंब के साथ-साथ रात्रिकालीन रिवर राफ्टिंग की प्रतियोगिता में भी विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया गया। इस आयोजन ने न केवल उत्तराखंड को “खेल भूमि” के रूप में प्रतिष्ठित किया बल्कि राज्य की शानदार व्यवस्थाओं और आयोजन कौशल को भी देश भर में सराहा गया।
सैन्य सम्मान और राष्ट्रवाद की भावना
समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. सुषमा स्वराज एवं पुलवामा में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि देश की सुरक्षा में योगदान देने वाले जवानों की शहादत ने भारत के प्रति विश्व का नजरिया बदल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने हर मोर्चे पर विजय पाई है।
आगे की दिशा: ओलंपिक की तैयारी
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड जैसे छोटे पहाड़ी राज्य ने 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन कुशलतापूर्वक सम्पन्न किया है और इस सफलता से देश 2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है। उत्तराखंड के खिलाड़ी भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के तिरंगे का मान बढ़ाने की दिशा में अग्रसर होंगे।
इस समापन समारोह ने न केवल खेलों के मैदान में नए कीर्तिमान स्थापित किए गए, बल्कि पर्यावरण-अनुकूल और नवाचारपूर्ण पहलों के जरिए देश के खेल आयोजन में एक नई दिशा का संचार किया। केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में यह आयोजन देशभर में खेलों के प्रति उत्साह और सकारात्मक बदलाव का संदेश लेकर आगे बढ़ा।