
नई दिल्ली,14 मई 2025
कांग्रेस ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। 2016 में उरी अटैक के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक से बीजेपी को मिले सियासी लाभ को देखते हुए, कांग्रेस अब अमेरिका की कथित मध्यस्थता और युद्धविराम की शर्तों पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस ने मोदी सरकार से पारदर्शिता की मांग करते हुए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया। मोदी सरकार ने इसका श्रेय लेते हुए सेना के पराक्रम को सराहा, लेकिन सीजफायर की घोषणा के बाद कांग्रेस का रुख आक्रामक हो गया। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। कांग्रेस ने पूछा है कि युद्धविराम के लिए क्या पाकिस्तान ने आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने का कोई ठोस आश्वासन दिया था।
अमेरिकी मध्यस्थता को लेकर भी कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। पार्टी ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका पर सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व को याद किया, जब 1971 में अमेरिकी दबाव के बावजूद इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान पर सैन्य अभियान चलाकर बांग्लादेश का निर्माण किया था।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि भारत इंदिरा गांधी की कमी महसूस कर रहा है। सुप्रिया श्रीनेत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि इंदिरा गांधी ने अमेरिका की आंख में आंख डालकर पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे। कांग्रेस ने इंदिरा गांधी के साहस का उदाहरण देते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का राजनीतिक लाभ लेने से रोकने के लिए सर्वदलीय बैठक और विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीजफायर के दो दिन बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए भारतीय सेना की वीरता को सराहा और पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया। पीएम मोदी ने आदमपुर एयरबेस पर विमान उतराकर पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश किया, जो दावा कर रहा था कि उसने भारतीय वायुसेना को नुकसान पहुंचाया है। मोदी के इस कदम को पाकिस्तान के मनोबल को तोड़ने की कोशिश माना जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों, 11 एयरबेस को नष्ट किया और 100 से अधिक आतंकियों और 50 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। इसके बाद पाकिस्तान के झुकने पर भारत ने सीजफायर के लिए हामी भरी। बीजेपी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर तिरंगा यात्रा निकालकर सियासी माहौल बनाने का काम शुरू कर दिया है, वहीं कांग्रेस अमेरिका की मध्यस्थता का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरने में जुट गई है।






