अशरफ अंसारी
इटावा,2 मार्च 2025:
यूपी के इटावा जेल में 20 साल से सजा काट रही डकैत कुसुमा नाइन ने लखनऊ स्थित केजीएमयू में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। गत 31 जनवरी को टीबी रोग से ग्रस्त कुसुमा की जेल में ही अचानक तबियत बिगड़ गई थी। उसे सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी से दो फरवरी को लखनऊ रेफर किया गया था।

टीबी के रोग से ग्रस्त थी कुसुमा, लखनऊ केजीएमयू में दो फरवरी से चल रहा था इलाज
इटावा की जिला कारागार में बंद डकैत कुसुमा को टीबी की बीमारी थी। गत 31 जनवरी को अचानक उसकी तबियत खराब हुई तो जेल प्रशासन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। यहां परीक्षण के बाद डाक्टरों ने सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए रेफर कर दिया। सैफई में चल रहे इलाज के दौरान उसकी हालत में सुधार न होता देख चिकित्सकों ने उसे केजीएमयू लखनऊ भेज दिया। शनिवार को उसने वहीं दम तोड़ दिया।
वर्ष 2004 में गिरोह के साथ किया था सरेंडर
जालौन जिले के सिरसा कालर स्थित टिकरी गांव की रहने वाली कुसुमा नाइन ने मशहूर डकैत फूलन देवी के विरोधी लालाराम से 1984 में हाथ मिलाया और उसके बाद औरैया के अस्ता गांव में एक साथ 15 मछुआरों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। कुख्यात डकैत कुसुमा ने वर्ष 2004 में मध्य प्रदेश की भिंड पुलिस के सामने अपने गिरोह के साथ सरेंडर कर दिया था। इसी के बाद कुसुमा बीते 21 साल से जेल में सजा काटने के साथ टीबी की बीमारी से भी जूझ रही थी।