
अशरफ अंसारी
इटावा, 26 सितंबर 2025 :
यूपी के इटावा जिले की नगर पालिका में तैनात एक वरिष्ठ लिपिक ने प्रमोशन न मिलने से परेशान होकर यमुना नदी में छलांग लगा दी। लिपिक ने सीएम के नाम एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसमें नगर पालिका चेयरमैन व उनके पति ईओ समेत पांच लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। फिलहाल नदी में कूदे नगर पालिका के कर्मचारी की गोताखोर तलाश कर रहे है।
शुक्रवार की सुबह ये घटना बढ़पुरा थाना क्षेत्र के यमुना नदी पुल पर हुई। सदर कोतवाली के नखासा क्षेत्र में रहने वाले राजीव कुमार यादव नगर पालिका इटावा में वरिष्ठ लिपिक के पद पर तैनात हैं। राजीव कुमार यादव अपनी बाइक से यमुना पुल पर पहुंचे। यहां उन्होंने साइड में बाइक रोकी और रेलिंग के पास खड़े हो गए। एक राहगीर ने सशंकित होकर उनसे मुखातिब होकर समझाने की कोशिश भी की लेकिन तब तक राजीव ने छलांग लगा दी। आसपास मौजूद लोगों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ टीम नदी में उनकी तलाश कर रही है। एसडीएम सदर विक्रम राघव भी मौके पर पहुंच गए। बाइक में मिले कुछ कागजों पर लिखे मोबाइल नम्बर के जरिये परिवार को भी सूचना दी गई। उनका बेटा विकास भी आ गया। इस दौरान राजीव यादव की बाइक से सुसाइड नोट भी मिला।
सीएम को सम्बोधित इस दो पेज के सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि वह लंबे समय से नगर पालिका की अध्यक्ष ज्योति गुप्ता से वरिष्ठता क्रम के मुताबिक कार्यालय अधीक्षक के पद पर प्रमोशन की मांग कर रहे थे, लेकिन प्रमोशन नहीं दिया गया। जब उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की तो नगर पालिका अध्यक्ष के पति कुलदीप गुप्ता उर्फ संटू ने नाराजगी में ईओ संतोष कुमार मिश्रा के माध्यम से उनके खिलाफ झूठी रिपोर्ट लगवाई और उनका वेतन रोक दिया गया। राजीव यादव ने लिखा कि वह शुगर के मरीज हैं, इलाज नहीं हो पा रहा है और उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान किया जा रहा है। उन्होंने अपनी मौत के लिए नगर पालिका अध्यक्ष ज्योति गुप्ता, उनके पति कुलदीप गुप्ता उर्फ संटू, ईओ संतोष कुमार मिश्रा, उत्तम सिंह सिंगर और सुनील वर्मा को जिम्मेदार ठहराया। फिलहाल लिपिक राजीव के बेटे ने बताया कि पिता जी ने प्रमोशन न मिलने पर उत्पीड़न न करने की भी गुहार लगाई थी लेकिन चेयरमैन के पति ने उत्पीड़न जारी रखा। इसी से ऊबकर पिता ने ये फैसला ले लिया।